जेएमए ने झारखंड को लव जेहाद, लैंड जेहाद का नासूर दिया : अनुराग सिंह ठाकुर

पलामू,

पूर्व केंद्रीय मंत्री व हमीरपुर, हिमाचल से सांसद अनुराग सिंह ठाकुर सोमवार को झारखंड में भारतीय जनता पार्टी की परिवर्तन यात्रा के अन्तर्गत पलामू ज़िला के उतारी रोड व हुसैनाबाद में विशाल जनसभा को संबोधित कर प्रदेश में भ्रष्टाचारी जेएमएमए-कांग्रेस-आरजेडी सरकार द्वारा झारखंड में लव जेहाद, लैंड जेहाद को बढ़ावा देकर प्रदेश की ज़मीन और जनसंख्या के संतुलन को बदलने की बात कही है। साथ ही श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि पूरा झारखंड परिवर्तन की माँग कर रहा है क्योंकि यहाँ जनकल्याण की बजाय जेहाद कल्याण का काम चल रहा है और भाजपा ही एकमात्र पार्टी है जो झारखंड के हितों की रक्षा करने के लिए कटिबद्ध है।

अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा “ झारखंड की वर्तमान जेएमएमए-कांग्रेस-आरजेडी सरकार ने पहले दिन से ही जनता के साथ विश्वासघात किया है। आज ये सरकार भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, कानून-व्यवस्था की बदहाली और आदिवासी हितों की उपेक्षा का प्रतीक बन गयी है। आज हेमंत सोरेन के नेतृत्व में लैंड जिहाद से जमीन और जनंसख्या का संतुलन बिगड़ रहा है मगर झारखंड सरकार को जनभावना से कोई सरोकार नहीं है। झारखंड के पूर्वात्तर राज्य में घुसपैठियों के कारण डेमोग्राफी चेंज हो गया हैं. बंगलादेशी घुसपैठीयों संथाल परगना के पाकुड़, तारानगर, गोपीनाथपुर, गायबथान जैसे स्थानों पर तुष्टिकरण को साधते हुए आदिवासी बहनों को बहला फुसलाकर शादी कर शोषण किया जा रहा है, मगर हेमंत सोरेन सरकार आँखों पर पट्टी बांध कर बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों की संरक्षक बन गई है। हेमंत सोरेन सरकार की नाकामियों के कारण बांग्लादेशी घुसपैठ के कारण आदिवासी अस्मिता को खतरा हो गया है। एक साजिश के तहत आदिवासी बेटियों से बांग्लादेशी शादी कर रहे हैं और उनकी जमीन हड़प रहे हैं और यहाँ की प्रदेश सरकार इस कुकृत्य पर कार्यवाई करने की बजाए इसे बढ़ावा दे रही है”

अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा “ हेमंत सोरेन ने वादा किया था कि हर साल 5 लाख युवाओं को रोजगार देंगे. लोगों को नौकरी मिली क्या.नौकरी देने की बजाय हेमंत सोरेन की सरकार युवाओं को दौड़ा रही है. ऐसा दौड़ा रहे हैं कि युवा दौड़ते-दौड़ते मर जाएं। झारखंड में एक के बाद एक पेपर लीक हो रहे हैं और तो और अब पेपर के नाम पर झारखंड को घंटों इंटरनेट की सुविधा से दूर रखा जाने लगा है। पैसे लेकर नौकरियां बांटी जा रहीं हैं। गरीब, युवा आदिवासी को नौकरी नहीं मिलती। चुनावों में युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया, महिलाओं को 2000 रुपए पेंशन का वादा किया, नवविवाहित बहनों को सोने का सिक्का देने का वादा किया मगर हेमंत सोरेन ने सरकार बनाने के बाद सारे वादे भुला दिये”

 

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