झारखंड की राजनीतिक लड़ाई अब एक नयी दिशा की ओर बढ़ गयी है। झामुमो से पाला बदल कर भाजपा में आने वाले पूर्व मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन इतने दिनों शांत रहने के बाद राज्य की हेमंत सरकार पर हमलावार दिखने लगे हैं। यह मुद्दा तब से गरमाया है जब से राज्य सरकार की डिमांड पर चम्पाई सोरेन ने अपनी सरकारी गाड़ियां वापस की है। उसी के बाद से वह हेमंत सोरेन सरकार पर विशेष मुखर हैं।
पूर्व सीएम चम्पाई सोरेन ने राज्य के कैबिनेट सेक्रेटरी को पत्र लिखा है। इस पत्र में पत्र में उन्होंने लिखा कि भविष्य में अगर उनके साथ किसी भी तरह की कोई अप्रिय घटना घटित होती है तो इसकी पूरी जिम्मेवारी राज्य सरकार की होगी। उन्होंने यह भी लिखा है- मैंने 28 अगस्त को सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उन्हें जेड प्लस की सुरक्षा वाहन सहित दी गई है। इस बीच 24 सितंबर को सार्जेंट मेजर ने कॉल कर कारकेड के तीन वाहन चालकों को सभी वाहन वापस करने को कहा गया। पूर्व सीएम ने कहा कि अचानक से इस तरह कॉल कर सभी वाहनों को वापस मंगाना कहां से उचित प्रतीत होता है। मैंने 25 सितंबर यानी बुधवार को सभी वाहन आपने विभाग को पत्र के माध्यम से वापस कर रहा हूं।