बिहार विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के तेवर कुछ अलग हैं। प्रदेश अध्यक्ष बदलने के बाद पार्टी ने कन्हैया कुमार के नेतृत्व में ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ पदयात्रा शुरू की। सभी संगठनात्मक जिलों में 40 अध्यक्ष की घोषणा था। आज राहुल गांधी बिहार में हैं।
हम संविधान की रक्षा करना चाहते हैं
राहुल गांधी ने कहा कि मैंने बिहार की टीम को साफ बता दिया है कि आपका काम बिहार के गरीबों का नेतृत्व करना है। आपको गरीबों, दलितों को आगे बढ़ाना है। हम आपको राजनीति में लाकर बिहार का चेहरा बदलना चाहते हैं। जो आज बिहार में हो रहा। जो एनडीए की सरकार बिहार में कर रही है। चुने हुए अरबपतियों के जरिए राजनीति चल रही है। अंबानी-अदाणी की राजनीति चल रही, उसको हम हराने जा रहे हैं। हम जानते हैं कि इस देश को बिहार की जनता डायरेक्शन देती है। जब राजनीतिक बदलाव हुआ, अंग्रेजी के खिलाफ राजनीतिक बदलाव आया, तो बिहार की जनता ने आवाज बुलंद कर यह बदलाव लाया। हम सबसे जरूरी लक्ष्य संविधान की रक्षा करना चाहते हैं। पहले पीएम मोदी 400 पार का नारा देते थे तो इंडिया गठबंधन सामने आया तो रिजल्ट सबके सामने है। आपने लोकसभा चुनाव में संविधान को बचाने का काम किया। जहां भी मेरी जरूरत होगी आप मुझे बुलाओ मैं हाजिर हो जाऊंगा। आपकी लड़ाई मेरी लड़ाई है।
राहुल ने बताया कांग्रेस का रोल
राहुल गांधी ने बिहार में कांग्रेस पार्टी का रोल बताते हुए कहा कि गरीब, कमजोर, ईबीसी, ओबीसी, दलित और सामान्य लोगों को जोड़कर इज्जत देकर आगे बढ़ाना ही कांग्रेस पार्टी का काम है। कांग्रेस को पहले जो काम करना चाहिए था, जिस मजबूती से काम करना चाहिए था। वह हमने नहीं किया। हम अपनी गलती से समझे हैं। और, हम बिना रुके पूरी शक्ति के साथ बिहार के कमजोर और गरीब लोगों को लेकर एकसाथ आगे बढ़ेंगे। कुछ दिन पहले हमने अपने जिला अध्यक्षों का चुनाव किया। मैं यह नहीं कहूंगा कि यह एक बड़ा कदम है। लेकिन, यह जरूरी कदम है। पहले हमारे जिलाध्यक्षों की लिस्ट में दो तिहाई सवर्ण थे। अब हमारे लिस्ट में पिछड़े और अति पिछड़े वर्ग के लोग हैं।
डाटा के जरिए हम पूरी राजनीति की बदल सकते हैं
राहुल गांधी ने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संसद में कहा कि आपने जो 50 प्रतिशत आरक्षण की झूठी दीवार बना रखी है, उसे आप नहीं तोड़ पाएंगे। उस दीवार को हम तोड़ेंगे। देश में महज 10 से 15 लोग हैं। इन लोगों ने पूरे कॉरपोरेट सेक्टर को पकड़ के रखा है। अंबानी और अदाणी ने कब्जा कर रखा है। जीएसटी आप देते हो लेकिन कर्जा माफ उनका होता है। यह गलत है। हम 21वीं सदी में जी रहे हैं। यह डाटा की सदी है। तेलंगाना में हमारे पास पूरा का डाटा हमारे हाथों में है। इस डाटा के जरिए हम पूरी राजनीति की बदल सकते हैं। जातीय जनगणना के जरिए हम आपको सबकुछ दिला सकते हैं। मोहन भागवत जी कहते है कि जातीय जनगणना नहीं होनी चाहिए। लेकिन, हमलोग सामाजिक एक्स-रे यानी जातीय जनगणना के पक्ष में हैं। इससे एक चीज की सच्चाई का पता चलता है। यह एक क्रांतिकारी कदम है। इसलिए आरएसएस और भाजपा इसे रोकना चाहिए। लेकिन, दुनिया की कोई शक्ति इसे करने से नहीं रोक सकती है।
राहुल गांधी बोले- संविधान में सावरकर की विचारधारा नहीं
पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में संविधान सुरक्षा सम्मेलन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि अगर आप संविधान को पकड़ते हैं तो सच्चाई की विचारधारा को पकड़ते हैं। लेकिन क्या इसमें सावरकर जी की विचारधारा है? नहीं है। क्योंकि वो सच्चाई का सामना नहीं कर सके। यह बात मुझे कहनी होगी, भले ही किसी को बुरा लगे। उन्होंने कहा कि इस देश में अगर आप दलित, आदिवासी, पिछड़े वर्ग, ईबीसी, और महिला हो तो आप सेकेंड क्लास सिटीजन हो। यह मैं ऐसे ही नहीं पढ़ लिखकर बोल रहा हूं।
‘देखो-देखो कौन आया, हिन्दुस्तान का शेर आया’
पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल राहुल गांधी पहुंचे। यहां पर उनका भव्य स्वागत किया गया। राहुल जैसे ही मंच पर पहुंचे वैसे ही समर्थक उनके समर्थन में नारेबाजी करने लगे। समर्थक ‘देखो-देखो कौन आया, हिन्दुस्तान का शेर आया’ के नारे लगा रहे हैं। इसके बाद मंच पर राहुल को गदा और गौतम बुद्ध की तस्वीर देकर सम्मानित किया गया।
पटना के एसकेएम में राहुल गांधी का कार्यक्रम
पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में कुछ ही देर में राहुल गांधी पहुंचने वाले हैं। दरअसल, नमक सत्याग्रह आंदोलन की 95वीं वर्षगांठ के अवसर पर यह कार्यक्रम आयोजित की गई है। इसमें नोनिया समाज के अमर शहीद बुद्धु नोनिया के योगदान के साथ ही शहीद प्रजापति रामचंद्र जी विद्यार्थी का स्वतंत्रता संग्राम में योगदान और वर्तमान में अति पिछड़ा समाज की दशा और भारतीय संविधान पर बात हो रही है। इसके अलाव समाज में जगजीवन राम के योगदान पर भी चर्चा होगी।