कैंसर एक गंभीर और जानलेवा बीमारी है जिसका नाम सुनते से कोई भी कांप सकता है। बेशक आज कैंसर के लिए कई इलाज हैं लेकिन अगर यह शरीर बुरी तरह फैल गया तो बड़े से बड़े इलाज धरे रह जाते हैं। दुर्भाग्यवश कैंसर की शुरूआती लक्षणों का बहुत जल्दी पता नहीं चल पाता है और यही वजह है कि ज्यादातर मरीजों को जान से हाथ धोना पड़ता है।
डॉ के अनुसार, देश में कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं। कैंसर के कारण हर साल लगभग 150,000 मौतें होने का अनुमान है और हर साल लगभग 1500,000 नए मामलों का निदान किया जाता है। जितनी जल्दी बीमारी का पता चल जाता है, उपचार के परिणाम उतने ही बेहतर होते हैं।
कैंसर के निदान और उपचार के तौर-तरीकों में तेजी से सुधार हुआ है जिससे कैंसर के उपचार के परिणामों में सुधार हुआ है। परिणामों में सुधार करने का सबसे अच्छा तरीका ‘उन्हें शुरुआती चरण में पकड़ना’ है। आज यानी 4 फरवरी को वर्ल्ड कैंसर डे पर डॉक्टर आपको बता रहे हैं कि कैंसर से बचाव और बेहतर इलाज के लिए शुरूआती संकेतों और लक्षणों को जानना क्यों जरूरी है।
इन लक्षणों पर रखें कड़ी नज़र
अचानक वजन घटना – बिना किसी डाइटिंग या एक्सरसाइज के अगर वजन तेजी से कम हो रहा है तो यह कैंसर का संकेत हो सकता है।
लगातार खांसी या आवाज में बदलाव – अगर तीन हफ्तों से ज्यादा समय तक खांसी बनी रहती है या आवाज भारी हो जाती है, तो डॉक्टर से जांच करानी चाहिए।
पाचन में दिक्कत – लगातार अपच, निगलने में कठिनाई या लंबे समय तक पेट खराब रहना कैंसर का लक्षण हो सकता है।
न भरने वाला घाव – कोई घाव जो लंबे समय तक ठीक न हो, विशेष रूप से मुंह या त्वचा पर, कैंसर का संकेत हो सकता है।
अचानक रक्तस्राव – पेशाब, मल, खांसी या उल्टी में खून आना चिंता का विषय हो सकता है।
असामान्य गांठ या सूजन – शरीर में कहीं भी नई गांठ बनना या कोई पुरानी गांठ का आकार बदलना, जांच कराने का संकेत हो सकता है।
त्वचा में बदलाव – किसी तिल या निशान का रंग, आकार या बनावट बदलना खतरे का संकेत हो सकता है।
कैंसर एक जानलेवा बीमारी है और इसका बेहतर इलाज तभी संभव है, जब इसके लक्षणों का शुरुआत में ही पता चल जाए। कैंसर के कई प्रकार हैं और सभी के लक्षण भी अलग-अलग हैं। ऊपर जो लक्षण बताए गए हैं वो किसी अन्य बीमारी के भी हो सकते हैं। फिर भी अगर आपको कोई लक्षण महसूस होता है, तो आप कैंसर की स्क्रीनिंग भी जरूर कराएं।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।