वॉशिंगटन डीसी, 4 अक्टूबर 2025
अमेरिकी रक्षा विभाग ने हाल ही में जारी की गई नई नीति के तहत सेना में दाढ़ी रखने पर सख्त प्रतिबंध लगा दिया है। रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने 30 सितंबर को मरीन कॉर्प्स बेस क्वांटिको में वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा, “नो मोर बियर्डोज… हम बाल कटवाएंगे, दाढ़ी साफ करेंगे और मानकों का पालन करेंगे।” यह नीति विशेष रूप से विशेष बलों के लिए स्थानीय आबादी के साथ घुलमिलने के उद्देश्य से दी गई छूट को समाप्त करती है, लेकिन इससे धार्मिक अल्पसंख्यकों – खासकर सिख, मुस्लिम और यहूदी सैनिकों – पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है।
नीति का पृष्ठभूमि और विवरण
हेगसेथ की यह टिप्पणी एक व्यापक निर्देश का हिस्सा है, जो अगस्त में जारी हुई थी। इसमें धार्मिक छूट का कोई उल्लेख नहीं है, हालांकि जुलाई के एक समान निर्देश में यह प्रावधान था। हेगसेथ ने जोर देकर कहा कि सेना “नॉर्डिक पगानों” से भरी नहीं होनी चाहिए, जिसका इशारा विशेष बलों की छूट की ओर था। यह नीति सैन्य एकरूपता और सुरक्षा उपकरणों (जैसे गैस मास्क) के सुरक्षित उपयोग को सुनिश्चित करने का दावा करती है, लेकिन आलोचकों का कहना है कि यह धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन है।
अमेरिकी संविधान के प्रथम संशोधन के तहत सैन्य कर्मियों को अपनी आस्था का पालन करने का अधिकार है, जिसमें दाढ़ी रखना या सिर ढकना शामिल है। पेंटागन की स्थापित नीतियां भी धार्मिक छूट की अनुमति देती हैं, लेकिन नई नीति से इनका भविष्य अनिश्चित हो गया है।
सिख समुदाय पर असरसिख धर्म में दाढ़ी और केश को पवित्र माना जाता है। गुरु गोबिंद सिंह ने 1699 में सिखों को रेजर का उपयोग न करने का आदेश दिया था। अमेरिकी सेना में सिख सैनिकों को लंबे समय से चुनौतियों का सामना करना पड़ा है।
- कानूनी लड़ाई: 2016 में कैप्टन सिमरतपाल सिंह ने दाढ़ी और पगड़ी रखने की अनुमति हासिल की। 2022 में सिंह बनाम बर्गर मामले में अदालत ने सिख भर्तियों के पक्ष में फैसला सुनाया, जिससे उन्हें मरीन कॉर्प्स में दाढ़ी के साथ सेवा करने का अधिकार मिला।
- वर्तमान चिंता: सिख कोअलिशन और अन्य संगठन चिंतित हैं कि हेगसेथ की नीति इन छूटों को रद्द कर सकती है। मेजर कमल कलसी जैसे दिग्गज सिख सैनिकों ने कांग्रेस को बताया कि दाढ़ी गैस मास्क के साथ संगत हो सकती है।
सिख अमेरिकियों को अक्सर मुस्लिमों से भ्रमित किया जाता है, जिससे 9/11 के बाद नफरत अपराध बढ़े। 2013 के एक अध्ययन के अनुसार, 70% से अधिक पगड़ी पहनने वालों को गलत पहचाना जाता है।
मुस्लिम और यहूदी सैनिकों पर प्रभाव
मुस्लिमों के लिए दाढ़ी पैगंबर मुहम्मद के उदाहरण पर आधारित है, जबकि यहूदियों के लिए लेविटिकस 19:27 में दाढ़ी न काटने का उल्लेख है। अल्ट्रा-ऑर्थोडॉक्स यहूदी रेजर का उपयोग पूरी तरह प्रतिबंधित मानते हैं।
- मुस्लिम सैनिक: अमेरिकी इस्लामी संबंध परिषद (CAIR) ने हेगसेथ को पत्र लिखकर स्पष्टता मांगी है। 2021 में, तीन मुस्लिम नाविकों ने दाढ़ी रखने के लिए नेवी के खिलाफ मुकदमा दायर किया। CAIR ने कहा, “धार्मिक अधिकारों की रक्षा संवैधानिक सिद्धांतों के अनुरूप है।”
- यहूदी सैनिक: एलेफ इंस्टीट्यूट के रब्बी सैन्फोर्ड ड्रेसिन ने चिंता जताई कि यह नीति वर्षों की मेहनत को बर्बाद कर सकती है। दर्जनों दाढ़ी वाले रब्बी सैन्य सेवा में सम्मानपूर्वक सेवा कर रहे हैं। 2021 के एक मुकदमे में, एक ऑर्थोडॉक्स यहूदी नाविक ने दाढ़ी के लिए छूट मांगी।
प्रतिक्रियाएं और भविष्य
CAIR और सिख संगठनों ने पेंटागन से धार्मिक छूट की पुष्टि करने की मांग की है। पूर्व नीतियों में आर्मी (2017) और एयर फोर्स (2020) ने दाढ़ी, हिजाब और पगड़ी की अनुमति दी थी। लेकिन मरीन कॉर्प्स और नेवी में अभी भी चुनौतियां बनी हुई हैं।
वकीलों का कहना है कि अगर छूट रद्द होती है, तो नया मुकदमा संभव है। हेगसेथ के कार्यालय से अभी कोई स्पष्ट जवाब नहीं आया है। यह नीति न केवल धार्मिक स्वतंत्रता पर सवाल उठाती है, बल्कि विविधता वाले अमेरिकी सैन्य बल की एकता को भी प्रभावित कर सकती