राष्ट्रपति द्वारा ओलचिकी लिपि में संताली भाषा में संविधान का लोकार्पण, संताल समाज में हर्ष

दुमका(स.प.), 28 दिसम्बर 2025

 

राष्ट्रपति भवन में गुरुवार, 25 दिसंबर 2025 को आयोजित एक ऐतिहासिक समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ओलचिकी लिपि में लिखित संताली भाषा में भारत के संविधान का लोकार्पण किया। इस ऐतिहासिक उपलब्धि से संताल आदिवासी समाज में हर्ष, उल्लास और गर्व का वातावरण व्याप्त है।इस अवसर पर दुमका जिले के विभिन्न गांव धतिकबोना, नवाडीह, रामखरी, लेटो,धानकुनिया,रांगा,ठेकाहा,तितरीडंगाल आदि गांवो में संताल समाज के लोगों ने अपने पूज्य स्थल मांझी थान में पारंपरिक पूजा-अर्चना कर अपनी खुशी व्यक्त की,प्रसादी और मिठाईयाँ बाटी गयी और राष्ट्रपति का आभार व्यक्त किया है। ग्रामीणों ने इसे संताल आदिवासी समुदाय के लिए अत्यंत गौरवपूर्ण और ऐतिहासिक क्षण बताया।संताली भाषा में संविधान के प्रकाशन से अब ओडिशा, झारखंड, पश्चिम बंगाल, असम और बिहार में रहने वाले संताल आदिवासी अपनी मातृभाषा एवं ओलचिकी लिपि में लिखे संविधान को पढ़कर उसके अनुच्छेदों, अधिकारों और कर्तव्यों को भली-भांति समझ सकेंगे। इससे संविधान के प्रति जागरूकता और समझ और अधिक सुदृढ़ होगी।उल्लेखनीय है कि संथाली भाषा को वर्ष 2003 में 92वें संविधान संशोधन अधिनियम के माध्यम से भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया गया था। संताली भाषा भारत की सबसे प्राचीन जीवित भाषाओं में से एक मानी जाती है, जिसे भारत के साथ-साथ नेपाल और बांग्लादेश में रहने वाले संताल आदिवासी भी बोलते हैं।विभिन्य सामाजिक संगठन परसी अरीचली अखाड़ा,सरी धर्म अखड़ा,दिसोम मरांग बुरु युग जाहेर अखाड़ा,दिसोम मरांग बुरु संताली अरिचली आर लेग्चर अखाड़ा आदि संगठनो ने भी इसे ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह संताल समाज के लिय गर्व और सम्मान कि बात है.इस अवसर पर मकलु मुर्मू,सरकनी मुर्मू,सुनील टुडू,सोहराय टुडू,सुरजमुनि किस्कु,मिस्त्री मरांडी,रुपेश सोरेन,अम्बिका मुर्मू,प्रकाश मरांडी,गोविन्द किस्कू,रविंदर मुर्मू,अविलास टुडू,लुखिन हेम्ब्रोम,पूर्णिमा मुर्मू,पान्मुनी सोरेन, सिकंदर हांसदा, मनिलाल मुर्मू, महेश चन्द्र मुर्मू, मारशील हांसदा, राकेश सोरेन, अभिनंदन मुर्मू, चुनु हांसदा, प्रतिभा हेम्ब्रम, प्रियंका हांसदा, सरिता हांसदा, बिकास मुर्मू, विमल टुडू, प्रेमशीला हांसदा, मैनेजर मुर्मूबसंती टुडू,सोम किस्कूचिता हेम्ब्रम,झोमल मरांडी,मुनि मुर्मू,निशा मरांडी,मुनु सोरेन, नयन तारा हेम्ब्रम,सिमा हेम्ब्रम,शर्मिला सोरेन, प्रीति मुर्मू,रोशनी मरांडी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।

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