डोंगकामुकाम/दीफू, 22 दिसंबर 2025
असम के पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिले में संरक्षित आदिवासी भूमि पर कथित अतिक्रमण और बेदखली अभियान के विरोध में चल रहा प्रदर्शन सोमवार को हिंसक हो गया। गुस्साई भीड़ ने कार्बी आंगलोंग ऑटोनॉमस काउंसिल (KAAC) के चीफ एग्जीक्यूटिव मेंबर (CEM) तुलीराम रोंगहांग के डोंगकामुकाम स्थित पैतृक घर में आग लगा दी। इस घटना के बाद स्थिति बेकाबू हो गई और पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए फायरिंग करनी पड़ी, जिसमें कम से कम तीन प्रदर्शनकारी घायल हो गए। घटना के बाद पूरे जिले में धारा 163 लागू कर दी गई है.
घटना की शुरुआत रविवार रात से हुई जब पुलिस ने खेरोनी क्षेत्र में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे नौ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया। इसके विरोध में सोमवार को सैकड़ों स्थानीय लोग सड़कों पर उतर आए और खेरोनी ब्रिज पर बड़ा जाम लगा दिया। प्रदर्शनकारी प्रोफेशनल ग्रेजिंग रिजर्व (PGR) और विलेज ग्रेजिंग रिजर्व (VGR) भूमि से गैर-आदिवासी अतिक्रमणकारियों को हटाने की मांग कर रहे थे।
जानकारी के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने CEM तुलीराम रोंगहांग के घर की ओर मार्च निकाला। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन भीड़ नहीं मानी। इसके बाद लाठीचार्ज और फिर फायरिंग हुई। कुछ रिपोर्ट्स में एक CRPF जवान के भी घायल होने की खबर है। आगजनी की घटना के बाद डोंगकामुकाम, खेरोनी और आसपास के इलाकों में तनाव बढ़ गया है। सुरक्षा बलों की भारी तैनाती कर दी गई है।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा के निर्देश पर शिक्षा मंत्री डॉ. रनोज पेगू मौके पर पहुंचे हैं और स्थिति को नियंत्रित करने के प्रयास कर रहे हैं। अभी तक आधिकारिक रूप से किसी गिरफ्तारी या आगे की कार्रवाई की पुष्टि नहीं हुई है।
यह प्रदर्शन कई दिनों से चल रहा था और विभिन्न राजनीतिक व सामाजिक संगठनों से जुड़े लोग इसमें शामिल थे। स्थानीय कार्बी समुदाय के लोग अपनी पैतृक भूमि को गैर-आदिवासी समुदायों से बचाने की मांग कर रहे हैं। क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं। स्थिति अभी तनावपूर्ण बनी हुई है।