आरकेडीएफ विश्वविद्यालय का द्वितीय दीक्षांत समारोह संपन्न, 636 विद्यार्थियों डिग्री प्रदान की गई,

रांची, 07, दिसंबर 2025

आरकेडीएफ विश्वविद्यालय का द्वितीय दीक्षांत समारोह शनिवार को आयोजित किया गया। यह आयोजन नामकुम कैंपस में हुआ। द्वितीय दीक्षांत समारोह का उद्घाटन अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर एवं गणेश वंदना के द्वारा प्रारंभ हुआ। द्वितीस दीक्षांत समारोह में

प्रोफेसर (डॉ.) कृति भूषण दास कुलपति सीयूजे, मुख्य अतिथि के रूप में श्री संजय कुमार वर्मा, अध्यक्ष, प्रबंध निदेशक मेकॉन लिमिटेड थे एवं गेस्ट ऑफ़ ऑनर के रूप में श्री प्रदीप कुमार हजारी विशेष सचिव सह सलाहकार कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग झारखंड सरकार थे। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) शुचितांगशु चटर्जी ने 2025 बैच के पीएचडी, पीजी और यूजी के विद्यार्थियों को उत्कृष्ट उपलब्धियां के लिए सम्मानित किया गया। समारोह में पीएचडी, स्नात्कोत्तर, स्नातक,एवं डिप्लोमा विद्यार्थियों की 636 डिग्री प्रदान की गई, 16 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक भी प्रदान किए गए। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर प्रोफेसर (डॉ.) शुचितांगशु चटर्जी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए विद्यार्थियों से कहा कि इस शानदार सफलता के लिए आप सभी को मेरी ओर से हार्दिक बधाई जिसमें को करने और संस्था के मूल्यों को बनाए रखना चाहिए। आपको आत्मचिंतन करने की क्षमता तथा दुनिया के साथ जुड़ने में मदद मिलनी चाहिए। सफलता को धन से न तोलें। आपकी सफलता उन लोगों में से है, जिनके आप काम में आएंगे, उन सकारात्मक बदलावों में हैं, जो आप समाज में लाएंगे। सफलता को पैसे से मत मापो। उन्होंने उम्मीद जताई कि यहां से उपाधियां प्राप्त करने वाले स्टूडेंट्स नौकरी ढूंढने वाले नहीं बल्कि नौकरी बनाने वाले बनेंगे।उन्होंने कहा कि शिक्षा केवल ज्ञान प्राप्त करने का माध्यम नहीं है, यह आत्मविश्वास और चरित्र निर्माण का भी एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। ज्ञान की इस यात्रा के दौरान आपने जो कुछ भी सीखा है, वह केवल आपकी डिग्री में ही सीमित नहीं है, बल्कि यह आपके व्यक्तित्व का एक अभिन्न अंग बन चुका है। भविष्य में आपको कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। ऐसे समय में, मैं आपसे आग्रह करता हूं कि आप शांत रहें और दृढ़ संकल्प के साथ उनका सामना करें।

द्वितीय दीक्षांत समारोह के अवसर पर प्रोफेसर (डॉ.) कृति भूषण दास कुलपति, सीयूजे, ने विद्यार्थियों को संबोधित्त करते हुए डिग्री धारकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। जब कुछ हासिल करते हैं और कड़ी मेहनत करते हैं जब सफलता प्राप्त करते हैं।तो यह सफलता केवल आपकी मेहनत और लगन का परिणाम नहीं है, बल्कि इसमें आपके माता-पिता, अभिभावकों और शिक्षकों के अटूट समर्थन और मार्गदर्शन का भी बड़ा योगदान है। मैं उन सभी का हृदय से सम्मान करता हूं, जिन्होंने अपना समय, त्याग और प्रेम देकर आपको यहां तक पहुंचाया है।द्वितीय दीक्षांत समारोह के अवसर पर गेस्ट ऑफ़ ऑनर श्री प्रदीप कुमार हजारी ने अपने वक्तव्य में कहा कि यह एक ऐसा दिन है जब उपलब्धियां संभावनाओं को जन्म देती हैं। निरंतर परिश्रम की इच्छा शक्ति, सकारात्मक सोच और उन्होंने युवाओं को जीवन के हर क्षेत्र में ईमानदार और अनुशासन बनाए रखने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि चरित्र ही मनुष्य की सबसे बड़ी पूंजी है। यही भविष्य का आधार है।आदर्श चरित्र ही व्यक्तियों को मंजिल तक पहुंचाता है उन्होंने कहा कि आज का युग अत्यधिक प्रतिस्पर्धा का है इसलिए युवाओं को तैयार रहना चाहिए और हर अवसर को पहचान कर आगे बढ़ाना होगा।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि ,श्री संजय कुमार वर्मा ने समारोह में आए सभी लोगों का स्वागत करते हुए डिग्री प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा की शिक्षा का समापन पर जीवन के अगले चरण में वह प्रवेश कर रहे हैं।उन्होंने विद्यार्थियों से आशा व्यक्त की कि वह राष्ट्रीय के निर्माण में अपना योगदान देंगे और अपने ज्ञान और कौशल का उपयोग समाज के विकास के लिए करेंगे।

डॉ बी एन सिंह, डायरेक्टर जनरल मैनेजर आरकेडीएफ विश्वविद्यालय, भोपाल ने अपने वक्तव्य में कहा कि

आज आपने एक शैक्षणिक अध्याय पूरा किया है और अब आप जीवन के एक नए चरण की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। मेरी आप सभी से यह अपील है कि आप स्वयं का लक्ष्य निर्धारित करने वाला व्यक्तित्व के रूप में स्वयं को विकसित करो। अपने ज्ञान और कौशल का उपयोग न केवल अपने करियर में सफलता पाने के लिए करें, बल्कि एक बेहतर समाज और राष्ट्र के निर्माण में भी अपना योगदान योगदान दें।

विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉक्टर अमित कुमार पांडे ने धन्यवाद देते हुए कहा कि यह विश्वास करना बहुत मुश्किल है कि जो सपना हमने देखा था वह अब पूरा हो रहा है । एक शैक्षिक संस्थान की नींव का विचार हमारे लिए वाकई प्रेरणादायी है जिसे 7 साल पहले एक पौधे के रूप में लगाया गया था आज यह बड़े पेड़ के रूप में उग आया है। आज यहां मैं अपने सामने असाधारण और स्मार्ट छात्रों तथा उनके माता-पिता को देख रहा हूं आज आपने जिस शिक्षा को ग्रहण किया है वह शिक्षा आपके जीवन में आगे बढ़ाने में मदद करेगी और ज्ञान की प्रक्रिया को कभी ना रोके।आज का दिन हम सबके लिए अत्यंत गौरव और खुशी का क्षण है।आज सभी विद्यार्थी एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करने के बाद अपने जीवन के एक नए अध्याय की शुरुआत कर रहे हैं । जीवन में सफलता पाने के लिए, आपको सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना होगा। द्वितीय दीक्षांत समारोह का समापन विश्वविद्यालय के कुलपति की समापन की घोषणा से हुआ। इस कार्यक्रम का संचालन प्रोग्राम लॉ के प्रोफेसर अमित झा ने किया । इस द्वितीय दीक्षांत समारोह में विश्वविद्यालय की समस्त संकायों के प्राध्यापक एवं कर्मचारी मौजूद रहे।

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