कुड़मी समाज का रेल रोको आंदोलन शुरू: एसटी दर्जे की मांग पर झारखंड में रेल यातायात ठप, कई ट्रेनें रद्द

रांची, 20 सितंबर 2025 

 

झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में फैले कुड़मी समुदाय ने आज से अनिश्चितकालीन ‘रेल टेका डहर छेका’ (रेल रोको-सड़क घेरो) आंदोलन शुरू कर दिया है। मुख्य मांग है – कुड़मी जाति को अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा और कुड़माली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करना। सुबह से ही पारसनाथ, चंद्रपुरा, सीनी, चरही और मूरी जैसे प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर प्रदर्शनकारियों ने ट्रैक जाम कर दिए, जिससे रेल यातायात बुरी तरह प्रभावित हो गया। रेलवे ने 9 ट्रेनें रद्द कर दीं और 8 के रूट डायवर्ट किए हैं।

आंदोलन का पृष्ठभूमि और मांगें

कुड़मी समाज लंबे समय से अपनी आदिवासी पहचान की बहाली की मांग कर रहा है। उनका दावा है कि वे छोटानागपुर के मूल निवासी हैं और जल, जंगल, जमीन पर उनका पहला हक है। 2022 और 2023 में भी इसी मुद्दे पर रेल रोको आंदोलन हुए थे, जो 7-9 दिनों तक चले। इस बार आंदोलन को ‘रेल टेका डहर छेका’ नाम दिया गया है, जो कुड़माली भाषा में रेल रोको-सड़क घेरो का संकेत है।

आदिवासी कुड़मी समाज और कुड़मी विकास मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष शीतल ओहदार ने कहा, “यह आंदोलन पूरी तरह शांतिपूर्ण होगा। हम रेल पटरियों पर बैठकर अपनी मांग रखेंगे, लेकिन सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे।”

संगठनों ने 100 से अधिक स्टेशनों पर जाम लगाने की चेतावनी दी है, लेकिन यात्रियों और आवश्यक सेवाओं से क्षमा मांगते हुए अपील की है कि वे समर्थन करें।

प्रभावित क्षेत्र और ट्रेनें

आंदोलन का सबसे ज्यादा असर झारखंड के सरायकेला, धनबाद, गिरिडीह, हजारीबाग, बोकारो और रांची जिलों में पड़ा है। सरायकेला के सीनी स्टेशन पर महिलाओं ने अगुवाई की, जहां हजारों प्रदर्शनकारी ट्रैक पर बैठ गए। पारसनाथ स्टेशन पर दिल्ली-भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस को चौधरीबांध पर रोकना पड़ा। धनबाद के 8 स्टेशनों पर धारा 144 लागू कर दी गई।

रेलवे ने जारी की गई सूची के अनुसार निम्नलिखित ट्रेनें प्रभावित हैं:

ट्रेन संख्या   ट्रेन का नाम      स्थिति

12883. हावड़ा-पुरी संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस. रद्द

12875. हावड़ा-नेतरहाट एक्सप्रेस. रद्द

12819. तालचेर-हावड़ा संपूर्ण क्रांति. रूट डायवर्ट

12827. हावड़ा-पुरी इंटरसिटी. रद्द

12375. तमुड़ा एक्सप्रेस. रूट डायवर्ट

12873. हावड़ा-जम्मू तवी एक्सप्रेस. रद्द

12885. बेंगलुरु-हावड़ा चेतक एक्सप्रेस. रद्द

12815. दानापुर-नंदन कानन एक्सप्रे. रूट डायवर्ट

12807. सम्पूर्ण क्रांति एक्सप्रेस. रद्द

कुल 40 आरपीएफ जवान और 100 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। ड्रोन से निगरानी हो रही है।

प्रशासन और अदालत का रुखकलकत्ता हाईकोर्ट ने सख्त निर्देश जारी किए हैं कि आंदोलन से कानून-व्यवस्था भंग न हो और आवश्यक सेवाओं (चिकित्सा, आपातकालीन) पर असर न पड़े।

रांची डीसी ने कहा, “हम शांति बनाए रखने के लिए सतर्क हैं। अवैध गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई होगी।”

पुलिस ने 100 से अधिक स्टेशनों पर फोर्स तैनात की है।

विरोध और अपील

संयुक्त आदिवासी संगठन ने कुड़मी की एसटी मांग का विरोध किया है। प्रवक्ता निरंजना टोप्पो ने कहा, “कुर्मी एसटी सूची में शामिल नहीं हो सकते। यह अवैध है।”

20 सितंबर को राजभवन के पास धरना देने का ऐलान किया गया है। दूसरी ओर, कुड़मी संगठनों ने कहा, “हम मूल निवासी हैं, हमें पहचान मिलनी चाहिए।”यात्रियों की परेशानीयात्रियों को भारी असुविधा हो रही है। टाटानगर से गुजरने वाली 17 ट्रेनें प्रभावित हैं। कई यात्री स्टेशनों पर फंसे हैं। रेलवे ने यात्रा टालने की सलाह दी है।

यह आंदोलन कुड़मी समाज की लंबी लड़ाई का हिस्सा है। सरकार से वार्ता की उम्मीद है, लेकिन अनिश्चितकालीन होने से तनाव बढ़ सकता है।

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *