वायनाड, 18 सितंबर 2025
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के साथ उनकी बहन व वायनाड की सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा आज वायनाड पहुंचीं। यह दौरा वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जहां प्रियंका गांधी ने लोकतंत्र की रक्षा और संविधान को मजबूत करने का संकल्प दोहराया। राहुल गांधी के ‘वोट डिलीशन’ (मतदाता नाम हटाने) के आरोपों का समर्थन करते हुए उन्होंने चुनाव आयोग पर निशाना साधा और कहा कि यह संस्था ‘चुनावी प्रक्रिया को कमजोर करने की साजिश’ का हिस्सा बन रही है।
प्रियंका गांधी ने स्थानीय कार्यकर्ताओं और जनता को संबोधित करते हुए कहा, “हमें लोकतंत्र के लिए लड़ना होगा। संविधान के लिए लड़ना होगा। देश के लिए लड़ना होगा।” उन्होंने राहुल गांधी के आरोपों का खुलकर समर्थन किया, जिसमें दावा किया गया है कि लाखों मतदाताओं के नाम चुनाव सूचियों से गायब कर दिए गए हैं, जो लोकतंत्र पर सीधा हमला है। यह बयान विपक्ष की व्यापक रणनीति का हिस्सा लगता है, जहां कांग्रेस सरकार की नीतियों पर सवाल उठा रही है।
वायनाड के विकास पर फोकस
इस दौरे के दौरान प्रियंका गांधी ने वायनाड को ‘सर्वश्रेष्ठ पर्यटन स्थल’ बनाने का लक्ष्य दोहराया, जो उनके भाई राहुल गांधी ने चुनाव प्रचार के दौरान दिया था। उन्होंने निलंबूर चाय बागान का दौरा किया, जहां मजदूरों से बातचीत की और स्थानीय मुद्दों पर चर्चा की। इसके अलावा, निलंबूर रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया गया, जहां चल रहे विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गई। पार्टी नेताओं के अनुसार, यह दौरा लगभग 10 दिनों तक चलेगा, जिसमें प्रियंका गांधी विभिन्न क्षेत्रों का दौरा करेंगी।
राहुल गांधी ने भी जनसभा में कहा कि वायनाड उनका ‘दूसरा घर’ है और वे हमेशा इसके लोगों के साथ खड़े रहेंगे। उन्होंने 2024 के भूस्खलन पीड़ितों के लिए 100 मकानों के निर्माण का जिक्र किया, जिसका शिलान्यास जुलाई 2025 में किया गया था। यह वादा 2024 के विनाशकारी भूस्खलन के बाद किया गया था, जिसमें 280 से अधिक लोग मारे गए थे।

राजनीतिक पृष्ठभूमि
प्रियंका गांधी वाड्रा ने नवंबर 2024 के उपचुनाव में वायनाड सीट पर भारी बहुमत से जीत हासिल की थी, जो राहुल गांधी के रायबरेली सीट बरकरार रखने के बाद खाली हुई थी। यह उनकी पहली संसदीय जीत थी, जिसमें उन्हें 4 लाख से अधिक वोटों का अंतर मिला। विपक्षी दल सीपीआई(एम) और भाजपा ने प्रियंका पर ‘पर्यटक सांसद’ होने का आरोप लगाया है, लेकिन कांग्रेस इसे खारिज करते हुए कहती है कि वे निरंतर विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं।राहुल गांधी ने भी अप्रैल 2025 में राष्ट्रव्यापी जातिगत जनगणना की मांग को सफल बनाने का श्रेय लिया, जिसे सरकार ने स्वीकार कर लिया। वायनाड दौरा इस संदर्भ में कांग्रेस की सामाजिक न्याय की लड़ाई को मजबूत करने का प्रयास है।