अइजोल/इंफाल, 13 सितंबर 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मिजोरम और मणिपुर की यात्रा पर पहुंचकर पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास को नई गति प्रदान की। यह मणिपुर में 2023 से जारी जातीय हिंसा के बाद प्रधानमंत्री का पहला दौरा है, जहां उन्होंने हिल्स और वैली क्षेत्रों के बीच विश्वास का पुल बनाने की अपील की। इस यात्रा के दौरान कुल 71,850 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया गया, जो क्षेत्र की कनेक्टिविटी, बुनियादी ढांचे और आर्थिक विकास को मजबूत करेगी।
मिजोरम में ऐतिहासिक शुरुआत: रेलवे नेटवर्क में शामिल हुआ राज्य
प्रधानमंत्री मोदी ने सुबह 9:10 बजे लेंगपुई हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद अइजोल में एक भव्य समारोह में मिजोरम को देश के रेल नेटवर्क से जोड़ने वाली पहली रेल लाइन का उद्घाटन किया। 51.38 किलोमीटर लंबी बैराबी-सैरंग रेल लाइन, जो 8,070 करोड़ रुपये की लागत से बनी है, एक तकनीकी चमत्कार है। यह परियोजना मिजोरम को बाकी देश से जोड़ने के साथ-साथ दक्षिण-पूर्व एशिया से कनेक्टिविटी बढ़ाएगी।मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने इसे ‘मिजोरम के लिए ऐतिहासिक दिन’ बताते हुए कहा कि यह इंजीनियरिंग की उत्कृष्टता का प्रतीक है। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर राज्य की पहली राज्यधानी एक्सप्रेस को फ्लैग-ऑफ किया, जो अइजोल को दिल्ली से सीधे जोड़ेगी। इसके अलावा, सैरंग-कोलकाता एक्सप्रेस भी शुरू की गई, जो मिजोरम को कोलकाता से जोड़ेगी।प्रधानमंत्री ने कहा, “मिजोरम ‘एक्ट ईस्ट’ नीति में प्रमुख भूमिका निभा रहा है। कलादान मल्टीमॉडल ट्रांजिट प्रोजेक्ट और रेल लाइनें राज्य को दक्षिण-पूर्व एशिया से जोड़ेंगी।” उन्होंने अइजोल बाईपास रोड, थेंजॉल-सियालसुक रोड और खानकॉन-रोंगुरा रोड सहित सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया। कुल मिलाकर, मिजोरम में 9,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास हुआ।

मणिपुर में विकास और शांति का संदेश: चुराचांदपुर और इंफाल में कार्यक्रम
मिजोरम से सड़क मार्ग द्वारा चुराचांदपुर पहुंचे प्रधानमंत्री ने दोपहर 12:30 बजे कuki बहुल इलाके में 7,300 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया। भारी बारिश के बावजूद स्थानीय लोगों ने पारंपरिक नृत्यों के साथ उनका स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने कहा, “मणिपुर के हिल्स और वैली के लोगों के बीच विश्वास का मजबूत पुल बनाना जरूरी है। केंद्र सरकार राज्य को विकास के पथ पर आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है।”चुराचांदपुर में प्रमुख परियोजनाओं में मणिपुर अर्बन रोड्स, ड्रेनेज एंड एसेट मैनेजमेंट इम्प्रूवमेंट प्रोजेक्ट (3,600 करोड़ रुपये), पांच नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट (2,500 करोड़ रुपये), मणिपुर इंफोटेक डेवलपमेंट (MIND) प्रोजेक्ट और नौ स्थानों पर वर्किंग विमेंस हॉस्टल शामिल हैं। पिछले कुछ वर्षों में मणिपुर में 3,700 करोड़ रुपये राष्ट्रीय राजमार्गों पर खर्च हो चुके हैं, जबकि 8,700 करोड़ रुपये की नई सड़कों का निर्माण तेजी से चल रहा है।दोपहर 2:30 बजे इंफाल पहुंचे प्रधानमंत्री ने 1,200 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन किया और विस्थापित लोगों से मुलाकात की। उन्होंने नया पुलिस मुख्यालय भी उद्घाटित किया। मणिपुर में कुल 8,500 करोड़ रुपये की परियोजनाओं पर काम शुरू हुआ। प्रधानमंत्री ने कहा, “मणिपुर ‘मणि’ की तरह पूर्वोत्तर का आभूषण बनेगा। ये परियोजनाएं खासकर हिल ट्राइबल समुदायों के जीवन को बेहतर बनाएंगी।”यह दौरा 2023 में मई से शुरू हुई कuki-मेइतेई हिंसा के बाद पहला है, जिसमें 260 से अधिक लोग मारे गए और हजारों विस्थापित हुए। राज्य में फरवरी 2025 से राष्ट्रपति शासन है। विपक्ष ने दौरे को “टोकनिज्म” बताकर आलोचना की, लेकिन भाजपा ने इसे सकारात्मक कदम कहा।
पूर्वोत्तर के लिए बड़ा पैकेज: कनेक्टिविटी और उद्यमिता पर जोर
प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्वोत्तर उद्यमिता का प्रमुख केंद्र बन रहा है, जहां 4,500 स्टार्टअप्स और 25 इंक्यूबेटर काम कर रहे हैं। यह यात्रा 13-15 सितंबर तक चलेगी, जिसमें 15 सितंबर को असम, पश्चिम बंगाल और बिहार भी शामिल हैं। असम में 36,000 करोड़ रुपये की परियोजनाएं होंगी, जबकि बिहार में पूर्णिया एयरपोर्ट का नया टर्मिनल और राष्ट्रीय मखाना बोर्ड लॉन्च होगा।यह दौरा न केवल विकास को गति देगा, बल्कि क्षेत्र में शांति और एकता को मजबूत करेगा। स्थानीय लोगों ने प्रधानमंत्री के दौरे का स्वागत किया, उम्मीद जताई कि इससे जातीय तनाव कम होगा।