कारवार (कर्नाटक), 28 दिसंबर 2025
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को कर्नाटक के कारवार नौसेना अड्डे से कलवरी क्लास की स्वदेशी पनडुब्बी INS वाघषीर में समुद्री यात्रा (सी सॉर्टी) की। इस दौरान नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी भी उनके साथ थे।

यह राष्ट्रपति मुर्मू की कलवरी क्लास पनडुब्बी में पहली यात्रा है, जो भारतीय नौसेना की छठी और अंतिम कलवरी क्लास पनडुब्बी है। गौरतलब है कि किसी भारतीय राष्ट्रपति द्वारा पनडुब्बी यात्रा का यह दूसरा अवसर है। पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने 2006 में INS सिंधुरक्षक पनडुब्बी में यात्रा की थी।

राष्ट्रपति मुर्मू भारतीय सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमांडर हैं और उन्होंने पहले भी वायुसेना के सु-30 एमकेआई (2023) तथा राफेल लड़ाकू विमान (अक्टूबर 2025) में उड़ान भरकर इतिहास रचा है। इस पनडुब्बी यात्रा से उन्होंने नौसेना की क्षमताओं को करीब से समझा और सैनिकों का मनोबल बढ़ाया।

INS वाघषीर एक डीजल-इलेक्ट्रिक हमलावर पनडुब्बी है, जो फ्रांस की तकनीक पर आधारित है और मुंबई के मझगांव डॉक में स्वदेशी रूप से निर्मित की गई है। यह पनडुब्बी एंटी-सर्फेस तथा एंटी-सबमरीन ऑपरेशंस के साथ-साथ खुफिया निगरानी में सक्षम है।
यह यात्रा राष्ट्रपति के गोवा, कर्नाटक तथा झारखंड के चार दिवसीय दौरे का हिस्सा थी।