नॉर्थ बंगाल में भारी बारिश का कहर: 17 से अधिक मौतें, दार्जिलिंग और सिक्किम कटे सड़क संपर्क से

दार्जिलिंग/सिलीगुड़ी, 5 अक्टूबर 2025
पश्चिम बंगाल के नॉर्थ बंगाल क्षेत्र में बीते 24 घंटों से हो रही लगातार भारी बारिश ने भयानक रूप धारण कर लिया है। भूस्खलन, पुलों का ढहना और बाढ़ जैसी आपदा ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया है। अब तक कम से कम 17 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। दार्जिलिंग, कालिमपोंग, मिरीक और कूर्सियॉन्ग जैसे हिल क्षेत्र पूरी तरह से सड़क संपर्क से कट चुके हैं, जिससे हजारों पर्यटक और स्थानीय निवासी फंस गए हैं। सिक्किम के साथ कनेक्टिविटी भी पूरी तरह भंग हो गई है।
मौसम विभाग (आईएमडी) ने नॉर्थ बंगाल और सिक्किम के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जिसमें अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश और बाढ़ की चेतावनी दी गई है। दार्जिलिंग जिले में सबसे ज्यादा तबाही मची है, जहां रात भर चली मूसलाधार बारिश ने पहाड़ी इलाकों को तबाह कर दिया।
मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा
अधिकारियों के अनुसार, दार्जिलिंग के मिरीक और सुकिया पोखरी क्षेत्रों में भूस्खलन से कम से कम 14 मौतें हुई हैं। कूर्सियॉन्ग में 7 शव बरामद हो चुके हैं, जबकि दो लोग अभी भी मलबे में दबे होने की आशंका है। कुल मिलाकर 17 से अधिक मौतें दर्ज की गई हैं, और यह संख्या बढ़ सकती है। बचाव कार्य जारी है, लेकिन खराब मौसम और दुर्गम इलाकों के कारण राहत टीमें पहुंचने में कठिनाई हो रही है। एनडीआरएफ की टीमें सिलीगुड़ी और मालदा से रवाना हो चुकी हैं।
सड़कें कटीं, पुल ढहे, सिक्किम अलग-थलग
भारी बारिश ने न केवल सड़कों को ध्वस्त कर दिया, बल्कि महत्वपूर्ण पुलों को भी बहा ले गई। दूधिया आयरन ब्रिज, जो सिलीगुड़ी को मिरीक से जोड़ता है, पूरी तरह ढह गया। इसी तरह, पुल बाजार पर एक अन्य पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया। नेशनल हाईवे-10 (एनएच-10), जो बंगाल को सिक्किम से जोड़ता है, बाढ़ और भूस्खलन से अवरुद्ध हो गया है। दार्जिलिंग-सिलीगुड़ी मार्ग पर दिलाराम, रोहिणी रोड और गौरीशंकर जैसे स्थानों पर भूस्खलन हुए हैं।तेस्ता नदी का जलस्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है, जिससे कालिमपोंग-दार्जिलिंग सड़क भी बंद हो गई। भूटान से आने वाली अतिरिक्त नदी जल के कारण डूअर्स क्षेत्र में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। जालपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार और कूच बिहार में भी जलभराव की स्थिति बनी हुई है।

प्रभावित क्षेत्र
मुख्य समस्याएं
मौतें (अनुमानित)
दार्जिलिंग (मिरीक, कूर्सियॉन्ग)
भूस्खलन, पुल ढहना
14+
कालिमपोंग
सड़क अवरोध, बाढ़
2-3
जालपाईगुड़ी/डूअर्स
जलभराव, फ्लैश फ्लड
1-2
सिक्किम सीमा
एनएच-10 बंद
लापता: 5+
पर्यटन ठप, टॉय ट्रेन बंद
दुर्गा पूजा के बाद दार्जिलिंग पहुंचे हजारों पर्यटक फंस गए हैं। गोरखालैंड टेरिटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन (जीटीए) ने टाइगर हिल, रॉक गार्डन समेत सभी पर्यटन स्थलों को बंद कर दिया है। प्रसिद्ध टॉय ट्रेन सेवा भी निलंबित कर दी गई। पर्यटकों और निवासियों को सलाह दी गई है कि वे घरों में रहें और मौसम अपडेट पर नजर रखें। फंसे लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है: 9147889078 (दार्जिलिंग पुलिस)।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक्स पर शोक व्यक्त किया और कहा, “नॉर्थ बंगाल और साउथ बंगाल के कई इलाके बाढ़ में डूब गए हैं। 12 घंटों में 300 मिमी से अधिक बारिश हुई, जिससे आपदा आई। हम दुखी हैं कि कुछ भाई-बहन खो चुके हैं।” वह कल दार्जिलिंग का दौरा करेंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी संवेदना जताई, “दार्जिलिंग में जान गंवाने वालों के परिवारों को मेरी शोक संवेदना। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना। स्थिति पर नजर रखी जा रही है।” दार्जिलिंग सांसद राजू बिस्टा ने कहा, “व्यापक क्षति हुई है। मौतें, संपत्ति हानि और इंफ्रास्ट्रक्चर को नुकसान। मैं अधिकारियों के संपर्क में हूं।” विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने सरकार पर निशाना साधा, “संचार और परिवहन लिंक पूरी तरह कट गए हैं।”
नाबन्ना डिजास्टर मैनेजमेंट कंट्रोल रूम के नंबर: +91 33 2214 3526 / +91 33 2253 5185 या टोल-फ्री: 1070।
आगे का खतरा: बारिश जारी, फ्लैश फ्लड की आशंका
आईएमडी के अनुसार, 7 अक्टूबर तक भारी बारिश जारी रह सकती है। सिक्किम के लिए दो रेड वॉर्निंग जारी हैं, जिसमें तूफान, बिजली और तेज हवाओं की चेतावनी है। भूटान से अतिरिक्त जलप्रवाह के कारण नॉर्थ बंगाल में फ्लैश फ्लड का खतरा मंडरा रहा है। निवासियों को पेड़ों या बिजली के खंभों के नीचे न रहने और नदियों से दूर रहने की सलाह दी गई है।यह आपदा नॉर्थ बंगाल के लिए एक बड़ा संकट बन चुकी है। राहत कार्य तेज करने की मांग हो रही है, ताकि फंसे लोगों को जल्द बचाया जा सके।

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