बांग्लादेश: खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान 17 साल बाद लौटे देश, BNP कार्यकर्ताओं ने किया जोरदार स्वागत; चुनाव से पहले बड़ा सियासी घटनाक्रम

ढाका, 25 दिसंबर 2025

 

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के बेटे और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) के कार्यकारी चेयरमैन तारिक रहमान गुरुवार को 17 साल के निर्वासन के बाद स्वदेश लौट आए हैं। लंदन से ढाका पहुंचने पर हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास उनकी पार्टी के हजारों कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। अनुमान है कि स्वागत में करीब एक लाख से ज्यादा BNP समर्थक जुटे थे। रहमान ने हवाई अड्डे के पास एक सभा को संबोधित किया और अपनी बीमार मां खालिदा जिया से अस्पताल में मुलाकात की। यह घटना बांग्लादेश की राजनीति में एक बड़ा मोड़ मानी जा रही है, खासकर आगामी चुनावों के मद्देनजर।

तारिक रहमान अपनी पत्नी जुबैदा रहमान, बेटी जैमा रहमान और अपनी बिल्ली के साथ ब्रिटिश एयरवेज की फ्लाइट से ढाका पहुंचे। हवाई अड्डे पर उतरते ही समर्थकों की भीड़ ने ‘तारिक भाई, तारिक भाई’ के नारे लगाए और फूलों की मालाओं से उनका स्वागत किया। सुरक्षा कारणों से हवाई अड्डे के आसपास भारी पुलिस बल तैनात था, लेकिन समर्थकों की उत्साहपूर्ण भीड़ को देखते हुए कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। रहमान ने सभा में कहा, “मैं बांग्लादेश की आकाश में वापस हूं। यह मेरे लिए घर वापसी का पल है और हम सब मिलकर देश को मजबूत बनाएंगे।”

निर्वासन की पृष्ठभूमितारिक रहमान 2008 में गिरफ्तारी से बचने के लिए लंदन भाग गए थे। उस समय शेख हसीना की अवामी लीग सरकार सत्ता में थी और उनके खिलाफ भ्रष्टाचार, धन शोधन और अन्य कई मामलों में मुकदमे चल रहे थे। 2007 में सैन्य समर्थित अंतरिम सरकार ने उन्हें गिरफ्तार किया था, लेकिन इलाज के बहाने वे लंदन चले गए और कभी वापस नहीं लौटे। लंदन से ही उन्होंने BNP के राजनीतिक मामलों का प्रबंधन किया और पार्टी को मजबूत रखा। हसीना सरकार के दौरान उन पर कई हमलों और हिंदू-विरोधी होने के आरोप भी लगे थे, लेकिन BNP ने इन्हें राजनीतिक साजिश करार दिया।

शेख हसीना के 2024 में सत्ता से बेदखल होने के बाद बांग्लादेश में राजनीतिक माहौल बदला। मुहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार ने कई पुराने मामलों की समीक्षा की और BNP पर लगे प्रतिबंधों को हटाया। तारिक रहमान की वापसी को BNP की सत्ता में वापसी की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है। पार्टी के महासचिव मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर ने कहा, “तारिक भाई की वापसी से BNP कार्यकर्ताओं में नया जोश आया है। हम चुनावों में मजबूती से उतरेंगे।”

सभा और अस्पताल दौरा

हवाई अड्डे से निकलते ही तारिक रहमान ने उत्तरा इलाके में एक रैली को संबोधित किया। यहां उन्होंने देश की मौजूदा स्थिति पर बात की और कहा कि बांग्लादेश को लोकतंत्र की जरूरत है। “हम अराजकता और हिंसा से ऊपर उठकर एकजुट होंगे,” उन्होंने कहा। उसके बाद वे अपनी मां खालिदा जिया से मिलने अस्पताल गए, जो लंबे समय से बीमार हैं और हाल ही में जेल से रिहा हुई थीं। खालिदा जिया BNP की चेयरपर्सन हैं और तारिक उनके उत्तराधिकारी माने जाते हैं।

राजनीतिक प्रभाव और भारत के लिए मायने

तारिक रहमान की वापसी बांग्लादेश की राजनीति में बड़ा बदलाव ला सकती है। BNP को लगता है कि इससे पार्टी चुनावों में मजबूत होगी। हालांकि, देश में हालिया हिंसा और ओस्मान हादी की हत्या से उपजी अशांति के बीच यह घटना टकराव बढ़ा सकती है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, भारत इस विकास को ध्यान से देख रहा है। अवामी लीग पर प्रतिबंध के बाद BNP को कट्टरपंथियों के मुकाबले ज्यादा उदार विकल्प माना जा रहा है, जो भारत-बांग्लादेश संबंधों में सुधार ला सकता है। पूर्व भारतीय उच्चायुक्त वीना सिकरी ने कहा, यह बांग्लादेश के लिए सकारात्मक कदम है, लेकिन स्थिरता जरूरी है।”

बांग्लादेश में चुनाव की तारीखों का ऐलान जल्द होने की उम्मीद है। तारिक रहमान को अगला प्रधानमंत्री उम्मीदवार माना जा रहा है। उनकी वापसी से BNP के समर्थकों में उत्साह है, लेकिन विपक्षी दलों ने इसे ‘राजनीतिक नाटक’ करार दिया है। अभियान अभी जारी है और ढाका की सड़कें राजनीतिक गतिविधियों से गूंज रही हैं।

 

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