दिल्ली
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार आज निगम बोध घाट पर राजकीय सम्मान के साथ किया गया। इससे पहले कांग्रेस मुख्यालय से निगम बोध घाट तक उनकी अंतिम यात्रा निकाली गयी। इस यात्रा के दौरान लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने पार्थीव शरीर को कांधा भी दिया। उनके अंतिम संस्कार में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी समेत कई दिग्गज नेता शामिल हुए। राहुल गांधी ने दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री को कंधा भी दिया। उनके पार्थिव शरीर को सिख परंपरा के अनुसार अंतिम संस्कार के लिए लाया गया, जहां तीनों सेनाओं ने उन्हें सलामी दी। उनकी बेटी ने मुखाग्नि दी। 26 दिसंबर गुरूवार की रात एम्स में 92 वर्षीय डॉ. मनमोहन सिंह का निधन हो गया था।
कांग्रेस कार्यालय में अंतिम दर्शन
पूर्व प्रधानमंत्री के पार्थिव शरीर को पहले कांग्रेस मुख्यालय में रखा गया था, जहां मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा समेत कई कांग्रेसी नेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की। मनमोहन सिंह की पत्नी गुरशरण कौर और परिवार के अन्य सदस्य भी वहां मौजूद थे और उन्होंने पुष्प अर्पित कर अंतिम विदाई दी।
10 साल रहे भारत के प्रधानमंत्री
डॉ. मनमोहन सिंह ने 2004 से 2014 तक भारत के प्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा की। इससे पूर्व वे वित्त मंत्री के तौर पर देश के आर्थिक सुधारों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके थे। उनके नेतृत्व में सूचना का अधिकार (आरटीआई), शिक्षा का अधिकार (आरटीई), और महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) जैसी क्रांतिकारी योजनाओं की शुरुआत हुई। वे 1991 में नरसिम्हा राव सरकार में वित्त मंत्री बने थे, जहां उन्होंने देश के आर्थिक ढांचे को मजबूती प्रदान की।