ढाका, 9 अक्टूबर 2025
बांग्लादेश की राजधानी ढाका के फार्मगेट इलाके में स्थित प्रसिद्ध होली क्रॉस कॉलेज और होली रोज़री चर्च के सामने बुधवार रात करीब 10:15 बजे एक के बाद एक कई बम विस्फोटों ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी। स्थानीय पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित कर लिया, लेकिन अभी तक किसी के हताहत होने की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
घटना का विवरण
आंखों देखा हाल बताने वाले स्थानीय निवासियों के अनुसार, विस्फोट होली रोज़री चर्च के मुख्य द्वार के ठीक सामने हुए, जो तेजगांव (Tejgaon) इलाके में स्थित है। यह स्थान फार्मगेट के निकट है और होली क्रॉस कॉलेज भी इसी परिसर में स्थित है। विस्फोटों की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के घरों में सो रहे लोग भी सतर्क हो गए। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि ये विस्फोट छोटे-मोटे आतिशबाजी या घरेलू बम जैसे लग रहे हैं, लेकिन धमाकों की प्रकृति को लेकर अभी भी जांच जारी है।
होली रोज़री चर्च, जो बांग्लादेश का सबसे बड़ा कैथोलिक पैरिश है, यहां करीब 12,000 ईसाई समुदाय के सदस्य जुड़े हुए हैं। यह चर्च 17वीं शताब्दी में पुर्तगाली मिशनरियों द्वारा स्थापित किया गया था और ढाका के ऐतिहासिक धरोहरों में से एक है। वहीं, होली क्रॉस कॉलेज एक प्रतिष्ठित लड़कियों का उच्च माध्यमिक स्कूल है, जो 1951 में होली क्रॉस सिस्टर्स द्वारा स्थापित किया गया था। दोनों संस्थाएं एक-दूसरे के निकट स्थित हैं और स्थानीय ईसाई समुदाय का प्रमुख केंद्र हैं।
रोज़री फीस्ट के पूर्व संध्या पर हमला
यह घटना कल शुक्रवार को मनाए जाने वाले ‘अवर लेडी ऑफ द रोज़री’ (Our Lady of the Rosary) के प्रमुख कैथोलिक पर्व की पूर्व संध्या पर हुई है। यह उत्सव तेजगांव पैरिश के लिए विशेष महत्व रखता है, जहां हजारों श्रद्धालु एकत्रित होते हैं। चर्च के पैरिश पुजारी फादर जॉयोंतो सिल्वेस्टर गोम्स ने एशिया न्यूज को दिए बयान में कहा, “हमारा चर्च कभी पहले लक्षित नहीं हुआ था। यह एक गंभीर धमकी का कार्य है, जो हमारे समुदाय को भयभीत करने का प्रयास लगता है।” उन्होंने आगे कहा कि कोई चोट या हानि न होने पर भी, यह संदेश स्पष्ट रूप से चिंताजनक है।
बांग्लादेश क्रिश्चियन एसोसिएशन ने भी इस घटना की निंदा की है और सरकार से दोषियों की तुरंत पहचान करने तथा स्थिति को संभालने की मांग की है। एसोसिएशन के एक प्रवक्ता ने कहा, “सरकार को जिम्मेदारों को खोजने और स्थिति को संबोधित करने की आवश्यकता है।”
सुरक्षा व्यवस्था और जांच
घटना की सूचना मिलते ही ढाका पुलिस और बम डिस्पोजल स्क्वायड ने मौके पर पहुंचकर क्षेत्र की घेराबंदी कर ली। सुबह होते ही पुलिस बल चर्च और कॉलेज के आसपास तैनात हो गया। प्रारंभिक रिपोर्ट्स के मुताबिक, विस्फोट स्थल पर कोई संदिग्ध वस्तु या सामग्री नहीं मिली, लेकिन फॉरेंसिक टीम जांच कर रही है। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा शुरू कर दी है।
ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “हम सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं। फिलहाल, कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन सुरक्षा को और मजबूत किया जा रहा है।” बांग्लादेश में हाल के वर्षों में धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ छिटपुट हिंसा की घटनाएं सामने आती रही हैं, लेकिन इस तरह का सीधा हमला चर्च पर दुर्भाग्य है। स्थानीय ईसाई समुदाय में चिंता का माहौल है, लेकिन पैरिशियन ने शांति बनाए रखने का आह्वान किया है। फादर गोम्स ने कहा, “हम प्रार्थना जारी रखेंगे और पर्व को शांति से मनाएंगे।” कॉलेज प्रशासन ने भी छात्राओं और स्टाफ को सुरक्षित रखने के लिए विशेष निर्देश जारी किए हैं।बांग्लादेश सरकार ने इस घटना पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन अपेक्षा की जा रही है कि जल्द ही कोई प्रतिक्रिया आएगी। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कैथोलिक संगठनों ने नजर रखी हुई है।