पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में अवैध रेत खनन पर कार्रवाई के दौरान BJP कार्यकर्ता-विधायक के बीच झड़प: 19 गिरफ्तार, पार्टी में फूट का खतरा

पुरुलिया, 10 अक्टूबर 2025

 

पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में अवैध रेत खनन के खिलाफ चल रही कार्रवाई ने राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है। बुधवार रात को पुलिस की छापेमारी के दौरान भाजपा कार्यकर्ता सूरज शर्मा और स्थानीय भाजपा विधायक सुदीप मुखर्जी के बीच थाने में ही जमकर झड़प हो गई, जो वायरल वीडियो में कैद हो गई। इस घटना के बाद इलाके में तनाव व्याप्त हो गया, और पुलिस ने अवैध रेत तस्करी से जुड़े 19 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। भाजपा कार्यकर्ता ने पुलिस और रेत व्यापारियों पर मिलीभगत का गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह कार्रवाई महज दिखावा है।

घटना पुरुलिया सदर थाने के परिसर में घटी, जहां कार्यकर्ता ने शिकायत दर्ज कराने पहुंचे थे। वायरल वीडियो में विधायक मुखर्जी और उनके समर्थकों पर कार्यकर्ता शर्मा को पीटने का आरोप लगाया गया है। भाजपा की स्थानीय इकाई में बढ़ते गुटबाजी का यह नया रूप राज्य स्तर पर चर्चा का विषय बन गया है।

 

रात की छापेमारी से थाने तक हिंसा

पुलिस के अनुसार, बुधवार रात करीब 11 बजे पुरुलिया शहर के पास दो ओवरलोडेड ट्रैक्टरों को रोका गया, जो कसाई नदी के बेड से अवैध रूप से निकाली गई रेत से लदे थे। भाजपा कार्यकर्ता सूरज शर्मा ने सबसे पहले इन वाहनों को रोका और तुरंत पुरुलिया सदर थाने में सूचना दी। उन्होंने दावा किया कि रेत तस्करी में पुलिस और राजनीतिक संरक्षण की मिलीभगत है, जो पुरुलिया के नदी तटों पर लंबे समय से चली आ रही है।

शर्मा ने थाने पहुंचकर लिखित शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन इसी दौरान विधायक सुदीप मुखर्जी रेत तस्करों के साथ थाने में पहुंच गए। गवाहों के मुताबिक, बहस शोर-शराबे में बदल गई और मामला हाथापाई तक पहुंच गया। शर्मा ने कहा, “रात में रेत से लदा ट्रैक्टर गुजर रहा था। मैंने उसे रोका और थाने सूचना दी। शिकायत दर्ज कराने पहुंचा तो विधायक मुखर्जी तस्करों के साथ आ गए। उन्होंने मुझे थाने से घसीटकर बाहर निकाला और पीटना शुरू कर दिया। भगवान की कृपा से मैं बच गया।”

इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी। रेत तस्करी के इस नेटवर्क से जुड़े 19 लोगों—जिनमें ट्रैक्टर चालक, तस्कर और सहयोगी शामिल हैं—को गिरफ्तार किया गया। सभी को शुक्रवार को पुरुलिया जिला अदालत में पेश किया गया। पुलिस अधीक्षक (एसपी) पुरुलिया ने कहा, “कार्रवाई निष्पक्ष थी। हम अवैध खनन पर सख्ती जारी रखेंगे। झड़प की जांच चल रही है।” हालांकि, शर्मा ने पुलिस पर तस्करों को बचाने का आरोप लगाया।

 

भाजपा कार्यकर्ता का आरोप: पुलिस-व्यापारियों की मिलीभगत

सूरज शर्मा ने सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो शेयर करते हुए कहा कि पुरुलिया में रेत माफिया का राज चल रहा है, और इसमें स्थानीय प्रशासन की संलिप्तता है। उन्होंने विधायक मुखर्जी पर तस्करों का संरक्षण देने का आरोप लगाया। शर्मा ने कहा, “यह सिर्फ एक ट्रैक्टर का मामला नहीं, बल्कि पूरे नेटवर्क का है। पुलिस और कुछ राजनीतिक लोग मिलकर अवैध कारोबार चला रहे हैं।” यह आरोप भाजपा की आंतरिक कलह को उजागर करता है। स्थानीय स्रोतों के अनुसार, पुरुलिया भाजपा इकाई में गुटबाजी लंबे समय से चल रही है, और यह घटना उसका खुला रूप है।

 

पुरुलिया में अवैध रेत खनन का काला कारोबार

पुरुलिया, जो धनबाद और झारखंड की सीमा से सटा है, अवैध रेत खनन का हॉटस्पॉट है। कसाई, दामोदर और अन्य नदियों के तटों पर मशीनों से रेत निकासी हो रही है, जो पर्यावरण और कानून दोनों का उल्लंघन है। हाल के महीनों में पुलिस ने कई छापे मारे हैं, लेकिन स्थानीय राजनीतिक संरक्षण के कारण कार्रवाई सीमित रहती है। भाजपा शासित केंद्र की मांग पर राज्य सरकार ने खनन पर सख्ती का वादा किया है, लेकिन जमीनी स्तर पर चुनौतियां बरकरार हैं।

 

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