झारखंड: रांची में JMM की अहम बैठक, बिहार विधानसभा चुनाव और घाटशिला उपचुनाव पर चर्चा; सोमेश सोरेन को बनाया गया उम्मीदवार

रांची, 15 अक्टूबर 2025  

 

झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने बुधवार को रांची स्थित सोहराय भवन में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की, जिसमें आगामी बिहार विधानसभा चुनावों की रणनीति और घाटशिला विधानसभा उपचुनाव के उम्मीदवार चयन पर गहन चर्चा हुई। बैठक में दिवंगत विधायक रामदास सोरेन के पुत्र सोमेश सोरेन को घाटशिला (ST) सीट से पार्टी का आधिकारिक उम्मीदवार घोषित किया गया। यह फैसला BJP के उम्मीदवार बाबूलाल सोरेन के खिलाफ सीधे मुकाबले को और रोचक बना देगा, जहां आदिवासी वोट बैंक और भावनात्मक अपील निर्णायक भूमिका निभाएंगे। उपचुनाव 13 नवंबर को होगा, जबकि बिहार चुनावों के लिए INDIA गठबंधन के साथ सीट बंटवारे पर बातचीत अंतिम चरण में है।

बैठक की अध्यक्षता और मुख्य एजेंडा

बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने की, जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेता, विधायक और केंद्रीय समिति के सदस्य शामिल हुए। मुख्य चर्चा बिहार विधानसभा चुनावों पर केंद्रित रही, जहां JMM INDIA गठबंधन का हिस्सा है। पार्टी प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने बैठक के बाद मीडिया को बताया, “बिहार में RJD और कांग्रेस के साथ सीट शेयरिंग पर विस्तृत विचार-विमर्श हुआ। JMM को आदिवासी बहुल सीटों पर सम्मानजनक हिस्सा मिलेगा। हमारा फोकस संथाल परगना और कोल्हान क्षेत्रों से सटे बिहार के हिस्सों पर है, जहां हमारी मजबूत पकड़ है।”

बिहार चुनाव नवंबर में होने हैं, और JMM ने एक प्रतिनिधिमंडल पटना भेजा था, जहां लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव से बातचीत हुई। पार्टी सूत्रों के अनुसार, JMM को 5-7 सीटें मिल सकती हैं, जिनमें किशनगंज, पूर्णिया और सहरसा जैसी सीटें शामिल हैं। हेमंत सोरेन ने कहा, “गठबंधन धर्म निभाते हुए हम बिहार में NDA को चुनौती देंगे। झारखंड की जनता की तरह बिहार के आदिवासी और गरीब भी हमारे साथ हैं।”

घाटशिला उपचुनाव: सोमेश सोरेन को टिकट, सिम्पैथी वेव पर दांव

घाटशिला उपचुनाव पर बैठक का बड़ा हिस्सा समर्पित था। रामदास सोरेन के निधन (11 अक्टूबर को हृदयाघात से) के बाद खाली हुई इस अनुसूचित जनजाति (ST) सीट पर JMM ने उनके पुत्र सोमेश सोरेन (32 वर्ष) को उम्मीदवार बनाया। सोमेश, जो स्थानीय स्तर पर युवा नेता के रूप में सक्रिय हैं और रामदास के राजनीतिक उत्तराधिकारी माने जाते हैं, ने पहले ही नामांकन की तैयारी शुरू कर दी है।रामदास सोरेन 2019 और 2024 में इस सीट से JMM के टिकट पर विजयी रहे थे। 2024 चुनाव में उन्होंने BJP के बाबूलाल सोरेन को 15,000 से अधिक वोटों से हराया था। अब पिता-पुत्र की विरासत और सिम्पैथी वोट JMM की रणनीति का आधार होंगे। सोमेश ने घोषणा के बाद कहा, “पिताजी की अधूरी योजनाओं को पूरा करना मेरा संकल्प है। घाटशिला के विकास, शिक्षा और आदिवासी अधिकारों के लिए लड़ूंगा।”

BJP ने पहले ही चंपाई सोरेन के पुत्र बाबूलाल सोरेन को मैदान में उतारा है, जिससे यह उपचुनाव ‘सोरेन बनाम सोरेन’ का रूप ले रहा है। JMM नेता विनोद पांडेय ने कहा, “यह सीट हमारी मजबूत पकड़ वाली है। आदिवासी मुद्दे जैसे FRA अधिकार, रोजगार और खनन प्रभाव पर प्रचार करेंगे।” नामांकन 20 अक्टूबर से शुरू होंगे, और मतदान 13 नवंबर को होगा।

राजनीतिक समीकरण और चुनौतियां

घाटशिला पूर्वी सिंहभूम जिले में है, जहां आदिवासी वोटर 60% से अधिक हैं। JMM की बैठक में प्रचार रणनीति पर भी चर्चा हुई, जिसमें डोर-टू-डोर कैंपेन और सोशल मीडिया का उपयोग शामिल है। बिहार चुनावों में JMM की भूमिका गठबंधन को मजबूत करेगी, लेकिन झारखंड में BJP की आक्रामकता चुनौती बनेगी। पार्टी ने कार्यकर्ताओं से एकजुटता की अपील की।यह बैठक JMM की आगामी चुनावी तैयारियों का संकेत है, जहां हेमंत सोरेन की अगुवाई में पार्टी NDA को टक्कर देने के मूड में है।

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