ढाका, 30 दिसंबर 2025
बांग्लादेश की पहली महिला प्रधानमंत्री और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) की चेयरपर्सन बेगम खालिदा जिया का मंगलवार सुबह निधन हो गया। वह 80 वर्ष की थीं और लंबे समय से विभिन्न गंभीर बीमारियों से जूझ रही थीं। बीएनपी ने उनके निधन की आधिकारिक पुष्टि की है।
खालिदा जिया का निधन सुबह करीब 6 बजे राजधानी ढाका के एवर केयर अस्पताल में इलाज के दौरान हुआ। उनके व्यक्तिगत चिकित्सक और बीएनपी के स्थायी समिति सदस्य प्रोफेसर डॉ. एजेएम जाहिद हुसैन ने इसकी पुष्टि की। निधन के समय उनके परिवार के सदस्य, जिसमें बड़े बेटे और बीएनपी के कार्यवाहक चेयरमैन तारेक रहमान, बहू डॉ. जुबैदा रहमान और अन्य परिजन मौजूद थे।
लंबी बीमारी से जूझ रही थीं खालिदा
खालिदा जिया पिछले कई वर्षों से लीवर सिरोसिस, डायबिटीज, हृदय रोग, फेफड़ों की समस्या और गठिया जैसी गंभीर बीमारियों से पीड़ित थीं। नवंबर 2025 से वह एभरकेयर अस्पताल में भर्ती थीं और हाल के दिनों में उनकी हालत बेहद नाजुक हो गई थी। उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट और नियमित डायलिसिस पर रखा गया था। चिकित्सकों ने बताया कि उम्र और कई अंगों की जटिलताओं के कारण इलाज चुनौतीपूर्ण था।
राजनीतिक जीवन की झलक
- जन्म: 15 अगस्त 1945, दिनाजपुर (तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान)।
- खालिदा जिया बांग्लादेश के पूर्व राष्ट्रपति जिया-उर-रहमान की पत्नी थीं। 1981 में उनके पति की हत्या के बाद उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया।
- 1984 में बीएनपी की चेयरपर्सन बनीं।
- वह बांग्लादेश की पहली महिला प्रधानमंत्री थीं और तीन बार (1991-1996, 2001-2006) इस पद पर रहीं।
- मुस्लिम दुनिया में बेनजीर भुट्टो के बाद दूसरी महिला प्रधानमंत्री।
- उनकी राजनीति शेख हसीना के साथ लंबे संघर्ष और प्रतिद्वंद्विता के लिए जानी जाती है।
2024 में शेख हसीना सरकार के पतन के बाद खालिदा जिया को रिहा किया गया था और वह फिर से सक्रिय राजनीति में लौटने की तैयारी कर रही थीं। हाल ही में उनके बेटे तारेक रहमान 17 वर्ष के निर्वासन के बाद बांग्लादेश लौटे थे।
अंतिम संस्कार की जानकारी
बीएनपी ने बताया कि खालिदा जिया का जनाजा बुधवार (31 दिसंबर) को ढाका के माणिक मिया एवेन्यू में होगा। इसके बाद उन्हें उनके पति शहीद जिया-उर-रहमान के बगल में जिया उद्यान में दफनाया जाएगा।
खालिदा जिया के निधन पर बांग्लादेश में शोक की लहर है। बीएनपी ने सात दिन का शोक कार्यक्रम घोषित किया है। विभिन्न राजनीतिक दलों और अंतरराष्ट्रीय नेताओं से श्रद्धांजलि संदेश आ रहे हैं।
खालिदा जिया के बेटे तारेक रहमान की राजनीति में वापसी

बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के कार्यवाहक चेयरमैन और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के बड़े बेटे तारेक रहमान ने 17 वर्षों के लंबे निर्वासन के बाद 25 दिसंबर 2025 को बांग्लादेश लौटकर राजनीति में सक्रिय वापसी की है। लंदन से निर्वासन समाप्त कर वे अपनी पत्नी डॉ. जुबैदा रहमान और बेटी जैमा रहमान के साथ ढाका पहुंचे, जहां लाखों समर्थकों ने उनका भव्य स्वागत किया। यह वापसी फरवरी 2026 में होने वाले संसदीय चुनावों से पहले बीएनपी के लिए बड़ा बढ़ावा मानी जा रही है, जहां तारेक रहमान को प्रधानमंत्री पद का मजबूत दावेदार माना जा रहा है।