ऑपरेशन सिंदूर कितने बजे और कैसे किया गया लांच, सेना ने प्रेस कांफ्रेंस में दी पूरी डिटेल जानकारी, पढ़िये हर अपडेट

Operation Sindoor : भारतीय सेना ने पहलगाम आतंकी हमले के 15 दिन बाद बदला ले लिया है। ऑपरेशन सिंदूर के नाम से सेना के दावारा द्वारा चलाए गए मिशन में 100 से ज्यादा आतंकी ढेर हो गए हैं, जबकि आतंकियों के नौ ठिकाने नेस्तनाबूत कर दिए गए हैं। ऑपरेशन सिंदूर के मुद्दे पर सेना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा कि हमला करना जरूरी था। रात 1:03 से लेकर रात 1:30 के बीच ऑपरेशन सिंदूर को पूरा किया गया। पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए भारतीय पर्यटकों के परिजनों को न्याय देने के लिए यह ऑपरेशन हुआ।
वहीं विदेश सचिव ने बताया कि हमने आतंकियों को रोकने के लिए अपने अधिकार का इस्तेमाल किया। यह कार्रवाई बेहद नपी तुली और जिम्मेदारी पूर्ण तरीके से की गई है। उन्होंने कहा कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले से देश में आक्रोश है। भारत सरकार ने पाकिस्तान के संबंधों को लेकर कुछ कड़े कदम उठाए हैं। पहलगाम आतंकी हमले के अपराधियों और साजिश कर्ताओं को न्याय के कटघरे में लाना बेहद जरूरी था।
करनाल सोफिया कुरैशी ने ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी देते हुए कहा कि 6 और 7 मई की रात को भारतीय सेना ने जैश और हिजबुल के ठिकानों को तबाह किया। कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि मासूम पर्यटकों और उनके परिवारों को न्याय देने के लिए ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया गया।
पाकिस्तान में पिछले तीन दशकों से टेरर इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण हो रहा था, जो पाकिस्तान और POK तक फैले थे। कर्नल सोफिया ने कहा कि नौ आतंकी कैंपों को निशाना बनाया गया और उन्हें ध्वस्त किया गया है। आतंकी कैंपों और लॉन्च पैड्स को जमींदोज किया गया है। उत्तर में सवाई नाल और दक्षिण में बहावलपुर में मशहूर प्रशिक्षण शिविर को निशाना बनाया गया।
व्योमिका सिंह ने आगे बताया कि पुख्ता इंटेलिजेंस इनपुट के बाद ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया गया था। पाकिस्तान के मुजफ्फरपुर बाद में लश्कर के ट्रेनिंग सेंटर पर हमला किया गया, आतंकियों ने यहीं से प्रशिक्षण लिया था आतंकियों की रेट को तोड़ने के लिए इस ऑपरेशन को लांच किया गया था।