पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध की जो आहट सुनाई दे रही है, उसके लिए न सिर्फ हमारी बहादुर सेना तैयार है, बल्कि केन्द्र सरकार ने ऐसे उपाय किये हैं कि देश के सभी नागरिक यह जान सकें कि युद्ध के दौरान उन्हें करना चाहिए। केन्द्रीय गृहमंत्रालय ने सोमवार को जो निर्देश जारी किया है, उसके अनुसार देश के सभी राज्यों के 259 जगहों पर युद्ध के समय की ब्लैक आउट स्थिति पैदा की जायेगी। इस दौरान सुरक्षा एजेंसियां युद्ध के आपात स्थिति के अनुसार मॉक ड्रिल कर सकें। झारखंड के भी रांची, जमशेदपुर, गोड्डा, साहिबगंज, गोमिया और बोकारोमें भी यह मॉक ड्रिल होने वाली है। प्रशासनिक स्तर पर इसकी तैयारियां हो रही है। सभी जिलों के एसपी-एसएससी अपने स्तर पर इन तैयारियों को अंतिम रूप दे रहे और स्थानीय जनता को भी इसकी जानकारियां दी जा रही हैं। बता दें की जिन जिलों में मॉक ड्रिल होगी, उन जिलों को युद्ध की स्थिति में संवेदनशील माना जा रहा है।
बतां दें कि गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों से कहा है कि वे इस अभ्यास की पूरी योजना पहले से तैयार करें और सभी संबंधित एजेंसियों के साथ समन्वय बनाकर उसका सफल आयोजन सुनिश्चित करें। यह पहल देश की समग्र सुरक्षा रणनीति का हिस्सा है और भविष्य की किसी भी आपात स्थिति से निपटने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। इससे पहले 1971 में भारत में इस तरह की मॉक ड्रिल की गयी थी।
बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पाकिस्तान के साथ बिगड़ते हालात और नागरिक सुरक्षा तैयारियों को मजबूती देने के उद्देश्य से देश के सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 259 जिलों में 7 मई को मॉक ड्रिल आयोजित करने का निर्देश दिया है। यह निर्णय पहलगाम हमलों और पाकिस्तान के साथ बढ़े तनाव के बाद लिया गया है।
मॉक ड्रिल में होगा क्या?
गृह मंत्रालय द्वारा जो निर्देश जारी किये गये हैं, उसके अनुसार इस मॉक ड्रिल में हवाई हमले की स्थिति पैदा की जायेगी, नागरिकों को सचेत करने के लिए सायरन की प्रभावशीलता का परीक्षण किया जायेगा और नागरिकों एवं छात्रों को बुनियादी आत्मसुरक्षा उपायों के बारे में शिक्षित किया जायेगा। इसके अलावा युद्ध के संभावित खतरे के दौरान अंधेरा (ब्लैक आउट) कर देने की आपात प्रक्रिया का अभ्यास और संवेदनशील प्रतिष्ठानों को छिपाकर बुनियादी ढांचे की रक्षा करने का उपाय किया जायेगा।
इसके साथ ही आपातकालीन स्थिति में लोगों की सुरक्षित निकासी की योजनाओं को अद्यतन किया जाएगा और उनका पूर्वाभ्यास भी कराया जाएगा।
ब्लैक आउट दौरान करना क्या है?
जैसा कि पूर्व घोषित है कि पूरे देश में शाम 7 बजे मॉक ड्रिल होनी है। ठीक 7 बजते ही एक सायरन बजेगा और सभी लोगों को घर, ऑफिस, फैक्टरी, दुकान, गली-मुहल्लों की स्ट्रीट लाइटों को बंद कर देना है। ऐसा अगर युद्ध शुरू होता है तो दुश्मन को गुमराह करके अपने इलाके को सुरक्षित रखना है। इस दौरान सुरक्षा एजेंसियां अभ्यास करेंगी कि मानों दुश्मन ने इलाके पर हवाई या ड्रोन हमला कर दिया है, इससे उत्पन हालात से निबटने का उपाय करेंगी।