बिहार
बिहार में मतदाता सत्यापन अभियान चल रहा है, जिसमें मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के दौरान चुनाव आयोग ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। चुनाव आयोग ने बताया है कि बिहार में एसआईआर (विशेष गहन पुनरीक्षण) के दौरान किए गए घर-घर सर्वेक्षण में बूथ लेवल अधिकारियों को बड़ी संख्या में नेपाल, बांग्लादेश और म्यांमार के घुसपैठिये मिले हैं। उनके पास से भारत के आधार, राशन कार्ड व अन्य दस्तवेज भी मिले हैं। अभियान के तहत अबतक 80 प्रतिशत मतदाताओं के फॉर्म प्राप्त कर लिये गये हैं। फॉर्म जमा करने का डेडलाइन 25 जुलाई रखा गया है। शनिवार शाम तक 6,32,59,497 मतदाताओं के फॉर्म जमा हो चुके थे, जो कि राज्य के कुल मतदाताओं का लगभग 80.11% है। इस विशेष अभियान में 77,895 बीएलओ और 20,603 नये बीएलओ को लगाया गया है।
जिन लोगों के नाम 1 अगस्त को जारी होने वाली मतदाता सूची के प्रारूप में नहीं होंगे, वे मतदाता पंजीकरण अधिकारी, जिला निर्वाचन अधिकारी और फिर राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के समक्ष अपील दायर कर अपने प्रमाण पत्रों के साथ दावा कर सकते हैं। मतदाताओं की अंतिम सूची 30 सितंबर को प्रकाशित की जाएगी। मतदाताओं के प्रमाणिकरण के लिए ये दस्तावेज जरूरी होंगे।
- मान्यता प्राप्त बोर्ड या विवि द्वारा निर्गत शैक्षिक प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC)
- पासपोर्ट
- राज्य सरकार या स्थानीय प्राधिकार द्वारा तैयार पारिवारिक रजिस्टर
- बैंक, डाकघर, एलआईसी आदि द्वारा 1 जुलाई 1987 के पूर्व निर्गत किया गया कोई भी प्रमाण पत्र
- वन अधिकार प्रमाण पत्र
- नियमित कर्मचारी या पेंशनभोगी कर्मियों का पहचान पत्र
- स्थाई निवास प्रमाण पत्र
- सरकार की कोई भी भूमि या मकान आवंटन का प्रमाण पत्र
- सक्षम प्राधिकार द्वारा निर्गत जन्म प्रमाण पत्र