फिर एकजुट होकर सड़कों पर उतरे बांग्लादेश के छात्र, शेख हसीना के बाद क्या अब मोहम्मद यूनुस को बहार निकालेंगे छात्र

बांग्लादेश में छात्र फिर से सड़क पर उतर आए हैं. वे मोहम्मद युनूस सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. ढाका में छात्रों ने अपना आंदोलन तेज कर दिया है. दरअसल, बांग्लादेश में महिलाओं और बच्चों के साथ लगातार यौन हिंसा हो रही है. इसी बात से नाराज छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों का कहना है कि इन अपराधों को रोकने में अंतरिम सरकार विफल रही. छात्रों ने सरकार के विरोध में रैली निकाली. उन्होंने दुष्कर्मियों को फांसी दो, महिलाओं और बच्चों की रक्षा करो और जागो सरकार जागो जैसे नारे लगाए.

ढाका के जगन्नाथ विश्वविद्यालय, ईडन कॉलेज, बीआरएसी विश्वविद्यालय, गवर्नमेंट टिटुमिर कॉलेज और यूनिवर्सिटी ऑफ लिबरल आर्ट्स बांग्लादेश के छात्र-छात्रा विरोध मार्च में शामिल हुए. उन्होंने कहा कि सरकार देश में अपराधों को रोकने में फेल हो गई. उन्होंने बांग्लादेश के गृह मामलों के सलाहकार का इस्तीफा मांगा है.

बाहर निकलने में लगता है डर

ढाका के एक विश्वविद्यालय की छात्रा समीहा चौधरी का कहना है कि दुष्कर्म के केस बढ़ते जा रहे हैं. हम लोगों को इस वजह से अब बाहर निकलने में भी डर लगता है. विश्वविद्यालय जाना भी हमें खतरनाक लगता है. हमने सरकार से तुरंत इस मामले में कार्रवाई की मांग की है.

हर महीने बढ़ रहा है अपराध का ग्राफ

बांग्लादेश की महिला परिषद ने एक रिपोर्ट पेश की है. रिपोर्ट पिछले साल सितंबर की है. रिपोर्ट में कहा गया कि सितंबर में महिलाओं और बच्चों के साथ यौन हिंसा के मामलों में इजाफा हुआ है. रिपोर्ट की आगे की रिपोर्ट में कहा गया कि अक्टूबर में कुल 200 महिलाओं/लड़कियों, दिसंबर में 163 महिलाओं/लड़कियों, जनवरी में कुल 205 महिलाओं/लड़कियों के साथ यौन हिंसा की गई. यौन हिंसा से पीड़ित पांच लड़कियों और नौ महिलाओं ने आत्महत्या की है. महिलाओं के खिलाफ हिंसा का ये दौर अब भी जारी है. बांग्लदेश महिला परिषद ने अपराध की बढ़ती घटनाओं की निंदा की.

हिंदुओं के खिलाफ भी हो रही हिंसा

बता दें, शेख हसीना के सत्ता से हटने के बाद से बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ भी हिंसा भड़की हुई है. देश के 48 जिलों में हिंदुओं और उनकी संपत्ति को निशाना बनाया जा रहा है.

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