झारखंड में एक और खतरनाक बीमारी की हुई एंट्री, एक इंजेक्शन की कीमत है 20000 रुपये

HMP वायरस के बाद एक और खतरा भारत के कई राज्यों में मंडरा रहा है। Guillain Barre Syndrome नामक इस खतरे से महाराष्ट्र के पुणे और पश्चिम बंगाल में कुछ मौतें हो चुकी हैं। खतरे की बात यह है कि इसने झारखंड में भी दस्तक दे दी है। गुलेन बैरी सिंड्रोम नामक इस महामारी का पहला मामला झारखंड में भी सामने आ गया है। यह मामला और कहीं नहीं, झारखंड की राजधानी रांची में सामने आया है। एक 5 वर्ष की बच्ची इस बीमारी से पीड़ित है और बालपन अस्पताल में वेंटिलेटर पर इलाजरत है। पीड़ित बच्ची एसीएमओ टीम की निगरानी में है। बच्ची से लिया गया सैम्पल जांच के लिए पुणे भेजा गया है। बच्ची के बारे में बताया जा रहा है कि यह महाराष्ट्र के कुर्ला से लौटी थी। बता दें कि सिंड्रोम का पहला मामला महाराष्ट्र में ही सामने आया था और वहां यह महामारी के रूप ले चुका है। इसके अलावा झारखंड के पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल में सिंड्रोम के चार केस सामने आये थे, जिनमें तीन की मौत हो चुकी है।

काफी महंगा है Guillain Barre Syndrome का इलाज

बताया जा रहा है कि गुलेन बैरी सिंड्रोम का इलाज काफी महंगा है। इस रोग में इम्युनोग्लोबुलिन इंजेक्शन के पूरे कोर्स की जरूरत होती है। बताया जा रहा है कि एक इंजेक्शन की कीमत 20000 रुपये है। एक मरीज को 13 से 15 इंजेक्शन लगाने पड़ सकते हैं। महाराष्ट्र, जहां के कई शहरों में यह सिंड्रोम अपने पांव पसार चुका है, सबसे ज्यादा पुणे को अपनी चपेट में लिये हुए है। पुणे में 100 से अधिक मरीज इसकी चपेट में है। इसका इतना महंगा इलाज मरीजों के लिए बड़ी समस्या बन सकता है। हालांकि महाराष्ट्र सरकार के डिप्टी सीएम अजीत पवार ने कहा है कि इस सिंड्रोम से प्रभावित मरीजों का इलाज मुफ्त में होगा।

क्या है गुलेन बैरी सिंड्रोम?

गुलेन बैरी सिंड्रोम एक ऐसी बीमारी है, जिसमें शरीर का इम्यून सिस्टम अपनी ही नर्व सेल्स पर हमला करना शुरू कर देता है। यह एक तरह से शरीर का ऑटो इम्यून डिसॉर्डर है। यह सबसे ज्यादा शरीर की बाहरी नसों को प्रभावित करता है, जिससे नसों से संदेश सही तरीके से दिमाग तक नहीं पहुंच पाते और शरीर में कमजोरी, बॉडी पार्ट्स सुन्न हो जाना और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

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