झारखंड विधानसभा सत्र आज से शुरू, नये सभी विधायकों को दिलायी जायेगी शपथ

छठा झारखंड का विधानसभा सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। झारखंड विधानसभा का सत्र 9 दिसंबर से शुरू होकर 12 दिसंबर तक चलेगा। इस विधानसभा का स्वरूप कई मायनों में बदला हुआ नजर आयेगा। इस बार कई चेहरे नए तो दिखेंगे ही, नियम-कायदे में भी परिवर्तन हुआ है। जिसकी झलक पहली बार विधानसभा में दिखेगी। पहली बार सदन में 81 विधायक ही दिखेंगे। नये संशोधन के अनुसार इस बार एंग्लो-इंडियन का मनोनीत सदस्य नजर नहीं आयेगा।

इस बार सदन के भीतर 20 नये विधायक नजर आएंगे। इनमें पहली बार चुनाव जीतने वाली 5 महिला विधायक भी होंगी। यहां बता दें कि रविवार शाम इंडिया गठबंधन के विधायक दल की बैठक हुई. जिसमें सत्र को लेकर रणनीति तैयार की गयी. वहीं विधानसभा अध्यक्ष के नाम पर भी चर्चा हुई। विधायक दल की इस बैठक में सर्वसम्मति के साथ रवींद्रनाथ महतो के नाम को सर्वसम्मति के साथ प्रस्तावित किया गया है।

सदन में 20 नये चेहरे दिखेंगे। पुराने के साथ नए मंत्रीभी सदन में नजर आएंगे। पहली बार आधी आबादी की धमक भी दिखेगी। इस बार सदन में विभिन्न दलों से 12 महिलाएं जीत कर आई हैं। इस बार सत्ता पक्ष और मजबूत दिखेगा वहीं विपक्ष कमजोर। चुनाव में इंडी गठबंधन को शानदार जीत मिली है। सत्ता पक्ष की ओर से 56 विधायक रहेंगे तो विपक्ष की ओर से 25 विधायक। पहली बार कोई निर्दलीय विधायक सदन में नहीं होगा। इंडी गठबंधन की ओर से झामुमो के 34, कांग्रेस के 16, राजद के 4 व माले के 2 विधायक हैं। जबकि विपक्ष में भाजपा के 21, जदयू, लोजपा व आजसू के एक-एक विधायक हैं। झारखंड लोकतांत्रिक मोर्चा के जयराम महतो हैं। कई प्रमुख सदस्य इस बार चुनाव हार गए हैं। इस बार उनकी आवाज नहीं गुंजेगी। भाजपा के भानु प्रताप शाही, विरंची नारायण, अनंत ओझा, रणधीर सिंह, नीलकंठ सिंह मुंडा, आजसू के सुदेश महतो, लंबोदर महतो, माले के विनोद सिंह आदि सदन में नजर नहीं आयेंगे।  पिछली सरकार के चार मंत्री भी चुनाव हार गए हैं। इनमें झामुमो के मिथिलेश ठाकुर, वैद्यनाथ राम, बेबी देवी व कांग्रेस के बन्ना गुप्ता हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का हौसला बुलंद है। उनके नेतृत्व में सरकार ने सत्ता में शानदार वापसी की है। इसलिए वह सदन में आत्मविश्वास से लबरेज रहेंगे। विपक्ष पर और अधिक हमलावर रहेंगे। पुराने मंत्रियों में दीपक बिरुआ, दीपिका पांडेय सिंह, रामदास सोरेन, हफीजुल हसन व इरफान अंसारी रहेंगे। जबकि नए मंत्रियों में राधाकृष्ण किशोर, संजय प्रसाद सिंह यादव, सुदिव्य कुमार सोनू, चमरा लिंडा, योगेंद्र महतो व नेहा तिर्की हैं। सरकार की ओर से इन्हीं को जबाव देना है। कांग्रेस व भाजपा ने विधायक दल के नेता का चयन नहीं किया है। राजद विधायक दल के नेता सुरेश पासवान हैं। झारखंड गठन के बाद पहली बार सदन में एंग्लो इंडियन समुदाय का प्रतिनिधत्व भी नहीं दिखेगा। संविधान में किए गए संशोधन के अनुसार देश के सभी राज्यों के विधानसभा से एंग्लो इंडियन समुदाय का प्रतिधित्व खत्म कर दिया गया है। पिछली विधानसभा में ग्लेन जोसेफ गालस्टन को इस समुदाय से विधायक मनोनीत किया गया था। इनको लेकर विधानसभा में सदस्यों की संख्या 82 हो जाती थी। लेकिन अब चुने हुए 81 विधायक ही सदन में रहेंगे। सदन में इस बार यह बदलाव भी देखने को मिलेगा।

चार दिवसीय विधानसभा सत्र में किस दिन क्या होगा?

  • 09 दिसंबर – पहले दिन निर्वाचित सदस्यों का शपथ ग्रहण होगा।
  • 10 दिसंबर – निर्वाचित सदस्यों का सपथ ग्रहण और विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा। इससे पहले की कार्यवाही प्रोटेम स्पीकर स्टीफन मरांडी के नेतृत्व में होगी।
  • 11 दिसंबर – 11.30 बजे राज्यपाल संतोष गंगवार का अभिभाषण होगा। साथ ही वित्तीय वर्ष 2024-2025 का दूसरा अनुपूरक बजट पेश किया जायेगा।
  • 12 दिसंबर – राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव, वाद विवाद और सरकार का उत्तर होगा। साथ ही दूसरे अनुपूरक बजट पर वाद विवाद और विनियोग विधेयक पेश किया जायेगा व उसका पारण होगा।

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