कोडरमा: अपने ही परिवार के 6 लोगों की निर्मम हत्या किए जाने के एक मामले की सुनवाई करते हुए अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश तृतीय राकेश चंद्रा की अदालत ने मंगलवार को आरोपी 30 वर्षीय गांगो दास पिता स्व. छोटन दास मसमोहना नवलशाही कोडरमा निवासी को 302 आईपीसी के तहत दोषी पाते हुए न्यायालय ने फांसी की सजा सुनाई। साथ ही 10 हजार रूपये जुर्माना भी लगाया, मामला 26 नवम्बर 2019 का है। इसे लेकर नवलशाही थाना में मदन दास पिता मनु दास मसमोहना थाना नवलशाही कोडरमा निवासी ने मामला दर्ज कराया था। वहीं अभियोजन का संचालक लोक अभियोजक पीपी एंजेलिना वारला ने किया। इस दौरान सभी 10 गवाहों का परीक्षण कराया गया।
कार्रवाई के दौरान अपराध की गंभीरता को देखते हुए पीपी एंजेलिना वारला एवं एपीपी मनोज मौर्य ने न्यायालय से अभियुक्त को अधिक से अधिक सजा देने का आग्रह किया। वहीं बचाव पक्ष की ओर से डिप्टी चीफ एलएडीसी किरण कुमारी ने दलीलें पेश करते हुए बचाव किया। अदालत ने सभी गवाहों और साक्षयों का अवलोकन करने के उपरांत अभियुक्त को 302 आईपीसी के तहत दोषी पाया, साथ ही इस मामले को अति गंभीर, अति क्रूर एवं दुर्लभतम हत्या की श्रेणी में मानते हुए फांसी की सजा मुकर्रर की और जुर्माना लगाया।
क्या है मामला
इसे लेकर मदन दास ने थाना में मामला दर्ज कराया था। थाना को दिए आवेदन में श्री दास ने कहा था कि 26 नवम्बर 2019 की रात्रि करीब वह खाना खाकर सोया हुआ था। वहीं रात्रि करीब 9ः45 बजे मेरा पड़ोसी गांगो दास शराब के नशे में धूत होकर हाथ में बड़ा सा चाकू और रड लेकर आया और पत्नी शीला देवी से झगड़ा कर रहा था और गुस्से में आकर उसने अपनी पत्नी को चाकू और रड से मार दिया। वही अपनी पुत्री राधिका कुमारी 4 वर्ष एवं पुत्र पीयूष कुमार 2 वर्ष को भी चाकू और रड से मार दिया, जिससे घटनास्थल पर ही राधिका कुमारी एवं पीयूष कुमार की मौत हो गई। हल्ला सुनकर जब उसकी मां मसोमात शांति देवी बचाने आई तो उसे भी रड व चाकू से मार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। वहीं अपने भतीजी चांदनी कुमारी व नीतिका कुमारी को भी गांगो दास ने रड एवं चाकू से मार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया।
हल्ला सुनकर जब आप-पास के लोग वहां जुटे तो वह एक रूम में जाकर दरवाजा बंद कर लिया और खुलवाने का प्रयास करने पर लोगों को जान से मारने की धमकी देने लगा। तत्काल एंबुलेंस बुलाकर घायलों को सदर अस्पताल भेजा गया। जहां गाँगो दास की पत्नी शीला देवी एवं उसके गर्भ में पल रहा 7 माह का बच्चा, मां मसोमात शांति देवी, एवं भतीजी नीतिका कुमारी 7 वर्ष की मौत सदर अस्पताल में हो गई। वहीं गंभीर रूप से घायल चांदनी कुमारी को बेहतर इलाज के लिए रांची भेजा गया।