रांची
21 और 22 सितंबर को आयोजित जेएसएससी सीजीएल की परीक्षा में फिर एक बार बड़े मात्रा में गड़बड़ी व भ्रष्टाचार की चर्चा है। मंगलवार को इस परीक्षा से जुड़ी अनियमितता को लेकर छात्रों ने मोरहाबादी के बापू वाटिका में प्रेस कांफ्रेंस किया। उन्होंने बताया कि 22 सितम्बर को आयोजित परीक्षा के पेपर तीन में गणित, रिजनिंग व कंप्यूटर के सभी 60 प्रश्न पुर्व के परीक्षा से रिपीट कर दिया गया है। गणित विषय के सभी 20 प्रश्न के जगह पर एसएससी सीजीएल 2022 के प्रश्न सभी 20 परनो को रिपीट कर दिया गया है वहीं रिटेनिंग के 20 सवाल को एसएससी सीजीएल 2019 के प्रश्नों को हुबहु उतार दिया गया है। ठीक उसी तरह कंप्युटर विषय के सभी प्रश्नों को आइबीपीएस- आरआरसी 2023 के प्रश्नों से रिपीट कर दिया गया है। इस तरह हिंदी पेपर में भी रीपीटेशन हुआ है। झारखंड यूथ एसोसिएशन के संयोजक इमाम सफी ने इसकी जानकारी देते हुए सरकार को इसकी जिम्मेदार ठहराया है। रघुवर सरकार और हेमंत सरकार को आयना दिखाते हुए इमाम ने कहा है कि दोनों सरकार ने पिछले आठ साल में एक परीक्षा पारदर्शी ढंग लेने में नाकाम रही है। उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को चाहिए तत्काल परीक्षा रद्द करें, आयोग को भंग कर दे और दोषियों पर कडी कार्रवाई हो। अन्यथा 02 अक्टुबर से बापू वाटिका से आमरण अनशन किया जाएगा।