संथाल जनजाति की कला और संस्कृति अद्वितीय और समृद्ध है। संथाल मुख्य रूप से झारखंड, बिहार, और पश्चिम बंगाल में निवास करते हैं। उनकी कला में विशेष रूप से चित्रकला और नृत्य का महत्वपूर्ण स्थान है। संथाल चित्रकला में प्राकृतिक रंगों का उपयोग होता है, और ये चित्र अक्सर उनकी झोपड़ियों की दीवारों पर बनाए जाते हैं। इन चित्रों में पक्षियों, जानवरों और कीड़ों का चित्रण प्रमुख होता है, जो उनकी सरलता और प्रत्यक्षता को दर्शाता है1। संथाल नृत्य भी उनकी संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसमें वे पारंपरिक वाद्ययंत्रों के साथ सामूहिक रूप से नृत्य करते हैं2। उनकी संस्कृति में प्रकृति के प्रति गहरा सम्मान और सामूहिकता की भावना स्पष्ट रूप से दिखाई देती है3।
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