रांची/जमशेदपुर
बारिश ने प्रधानमंत्रई नरेन्द्र मोदी की योजना बिगाड़ी और अंत में सड़क मार्ग से उन्हें जमशेदपुर की सभा में पहुंचना पड़ा। रविवार को माहौल राजनीति से रंगा रहा। प्रधानमंत्री जमशेदपुर की सभा में झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल पर खूब बरसे। अपने भाषण में उन्होंने चंपाई सोरेन को अपमानित बताया तो वंही बांग्लादेशी घुसपैठ के मुद्दे पर भी खूब बरसे।
झारखंड की राजनीति पर क्या कहा
प्रधानमंत्री के भाषणों में झाऱखंड विधानसभा चुनाव के आगाज का शंखनाद सुनायी पड़ रहा था। उन्होंने एक सिरे से झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राजद पर कई आरोप मढ़ दिये। उन्होंने कहा कि जेएमएम आदिवासियों के वोटबैंक की राजनीति कर रही है, जबकि वो आदिवासियों का सम्मान करना नहीं जानती। क्या ? चंपाई सोरेन आदिवासी नहीं थे, जिसे सीएम की कुर्सी से उतार दिया गया। सत्ता की राजनीति करना इस पार्टी की पहली प्राथमिकता है। इनकी राज में जल, जंगल, जमीन की लूट बढ़ी है। जेएमएम ने आर्मी की जमीन तक को नहीं छोड़ा। उन्होंने चंपाई सोरेन और सीता सोरेन का नाम लेते हुए कहा कि ये ऐसे आदिवासी हैं, जो अपमानित होकर पार्टी से बाहर निकले।
जेएमएम में घुस गये हैं बांग्लादेशी
बांग्लादेशी घुसपैठ के मामलों पर पीएम ने गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि इससे संताल परगना और कोल्हान की डेमोग्रैफी बदल रही है। लोग बांग्लादेशी घुसपैठिये से त्रस्त हैं और खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे। पीएम ने गठबंधन सरकार को बांग्लादेशी का हितैषी बताते हुए कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा में घुसपैठियों ने कब्जा जमा लिया है। वे पार्टी के भीतर तक पहुंच गये हैं।
उत्पाद सिपाही बहाली की चर्चा, करायेंगे जांच
पीएम ने झारखंड में चल रहे उत्पाद सिपाही के बहाली का भी अपने भाषणों में जिक्र किया। उन्होंने कहा कि बेरोजगारों को नौकरी देने के बजाय सरकार उनकी जान ले रही है। झारखंड सरकार की लापरवाही से अबतक 15 युवक की जान जा चुकी है। पीएम ने कहा कि राज्य में बीजेपी की सरकार बनती है तो वे इस मामले की जांच करायेंगे।
सीएम से रांची में मुलाकात
सीएम हेमंत सोरेन ने रांची एयरपोर्ट पर पीएम नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान सीएम ने उनका स्वागत करते हुए पीएम को स्मृति चिन्ह भी भेंट किये।