पाकुड़, झारखंड
मुख्यमंत्री ने कहा कि नारी सशक्तिकरण हमारी सरकार की प्रतिबद्धता है। यहां की महिलाएं काफी मेहनतकश हैं। वे घर- परिवार भी चलाती हैं और आमदनी के लिए काम भी करती हैं । आज वो पाकुड़ के गायबथान गांव में अपनी महत्वकांक्षी मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के शुभारंभ और परिसम्पत्ति वितरण कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार राज्य की महिलाओं एवं बहन -बेटियों के लिए पहले से ही कई योजनाएं चला रही हैं। इसी क्रम में झारखंड मुख्यमंत्री मंइयाँ सम्मान योजना नाम से एक और ऐतिहासिक कड़ी आज से जुड़ रही है। इस योजना के तहत महिलाओं और बहन- बेटियों को हर वर्ष 12 हज़ार रुपए सम्मान राशि मिलेगी। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य की बच्चियां पैसे के अभाव में पढ़ाई से वंचित न रहे, इसके लिए उन्हें सावित्रीबाई किशोरी समृद्धि योजना के तहत 40 हज़ार रुपए दिया जा रहा है। इस योजना के अब तक 9 लाख से ज्यादा बच्चियां जोड़ी जा चुकी हैं। वहीं, 50 वर्ष से अधिक की महिलाओं को भी पेंशन योजना का लाभ दे रहे हैं । मुख्यमंत्री ने मंच से क्लिक कर 81000 हजार महिलाओं के खातों में योजना की राशि ट्रांसफर किये।
हाशिये पर रहा झारखंड
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड अलग राज्य बनने से पहले और अलग राज्य बनने के बाद भी हमेशा हाशिये पर रहा। नीति- निर्धारकों द्वारा इस राज्य और यहां की गरीब जनता की सुध नहीं ली गयी। यही वजह है कि विकास के मामले में झारखंड पिछड़ता रहा। लेकिन, हमारी सरकार के गठन के बाद से राज्य को विकास की दहलीज़ पर ले जाने और यहां की जनता के उत्थान के लिए लगातार निर्णायक फैसले ले रही है। वह दिन दूर नहीं, जब झारखंड अग्रणी राज्यों की श्रेणी में गिना जाएगा।