रांची,
प्रधानमंत्री के विकसित भारत के दृष्टिकोण को साकार करने और वीमेन-लेड डिवेलपमेंट पर जोर देने की दिशा में एक परिवर्तनकारी प्रयास में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (एमडब्ल्यूसीडी) ने जून से अगस्त 2024 तक कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। आज रांची में आयोजित एक पत्रकार सम्मेलन में बोलते हुए केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि कार्यनीतिक पहलों और नवीन कार्यक्रमों के माध्यम से मंत्रालय महिलाओं को सशक्त बनाने, बाल कल्याण सुनिश्चित करने और सभी के लिए अवसर बढ़ाने के लिए ढांचे को सुदृढ़ करना जारी रख रहा है।
इस दिशा में 29 अगस्त, 2024 को शी-बॉक्स की शुरुआत एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। यह आईटी प्लेटफॉर्म कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न की शिकायतों के समाधान की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करता है जिससे महिलाएं शिकायत दर्ज करने और उन्हें ट्रैक करने में समर्थ होती हैं। यह पूरे देश में सुरक्षित कामकाजी वातावरण को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रारंभिक बाल्यावस्था देखरेख और शिक्षा के अपने मिशन को आगे बढ़ाते हुए मंत्रालय पूरे भारत में आंगनवाड़ी-सह-क्रेच केंद्र स्थापित करने की दिशा में काम कर रहा है जिससे वर्ष 2029 तक लाखों परिवारों को लाभ मिलेगा। ये केंद्र समग्र बाल देखरेख और शैक्षिक सेवाएं प्रदान करेंगे, बाल विकास के आधारभूत स्तंभों को महत्वपूर्ण रूप से मजबूत करेंगे तथा महिलाओं की कार्यबल में भागीदारी बढ़ाएंगे। आंगनवाड़ी प्रणाली को और सुदृढ़ करने के लिए मंत्रालय 10,000 सक्षम आंगनवाड़ियों का उन्नयन, घर ले जाने के लिए राशन की डिलीवरी पर नज़र रखने के लिए दो-कारक प्रमाणीकरण प्रणाली का कार्यान्वयन और देश भर में पोषण परिणामों में सुधार लाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है| इसी कड़ी मे 7वें राष्ट्रीय पोषण माह का शुभारंभ 1 सितंबर,2024 से हो गया है । इस पहल का उद्देश्य महिलाओं और किशोरियों को एनीमिया के बारे में जागरूक करना है। यह पूरक आहार, विकास और संवर्धन के साथ-साथ बाल्य वस्थाप देखरेख और शिक्षा के बारे में जागरूकता लाने में भी मदद करेगी।
मंत्रालय की प्रगति के बारे में बताते हुए केन्द्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने रांची में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा:
“ये उपलब्धियां एक ऐसे भविष्य के निर्माण के प्रति हमारी अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं, जहां महिलाएं भारत की विकास की कहानी को आकार देने में अग्रणी भूमिका निभाएंगी। हर पहल के साथ, हम महिलाओं को सशक्त बना रहे हैं, बच्चों का पोषण कर रहे हैं और ऐसे रास्ते बना रहे हैं जो माननीय प्रधानमंत्री के ‘विकसित भारत’ के दृष्टिकोण के अनुरूप हैं। हम यह सुनिश्चित करने के लिए समर्पित हैं कि भारत में प्रत्येक महिला और बच्चे को आगे बढ़ने का अवसर मिले।” मंत्रालय महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में नए कामकाजी महिला छात्रावास की स्थापना, युवा बालिकाओं पर लक्षित कौशल विकास की योजना इत्यादि के माध्यम से महिलाओं की गतिशीलता और आर्थिक स्वतंत्रता में सहयोग देने लिए प्रतिबद्ध है | मंत्रालय की प्रत्येक उपलब्धि देश को प्रधानमंत्री के महिला-नेतृत्व वाली प्रगति और समावेशी विकास के दृष्टिकोण को प्राप्त करने मे सहयोग करेगी ।