‘जल-जंगल-जमीन छीनने के लिए आपको वनवासी कहती है- राहुल गांधी

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने झारखंड विधानसभा चुनाव के प्रचार अभियान में पहली बार जनसभा को सम्बोधित किया। जनसभा को सम्बोधित करते हुए राहुल गांधी ने भाजपा के नेतृत्व में बने एनडीए पर जमकर हमला बोला। राहुल गांधी आज दो जनसभाओं को सम्बोधित करने वाले हैं। उनकी पहली जनसभा सिमडेगा के गांधी मैदान में सम्पन्न हुई। इसके बाद दूसरी सभा वह लोहरदगा के बीएस कॉलेज ग्राउंड में करने वाले हैं।

सिमडेगा की जनसभा में मंच पर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, सांसद कालीचरण मुंडा, रमा खलखो, प्रत्याशी भूषण बारा और नमन विक्सल कोंगाड़ी समेत कई नेता उपस्थित थे।

राहुल गांधी ने अपने भाषण की शुरुआत करते हुए  कहा कि आज दो विचारधाराओं के बीच लड़ाई चल रही है। एक विचारधारा है कांग्रे, जेएमएम, आरजेडी और अन्य पार्टियों के इंडिया गठबंधन की और दूसरी है भाजपा और उनके सहयोगियों की एनडीए की। हम संविधान की रक्षा कर रहे हैं और वे संविधान खत्म करना चाह रहे हैं। हम चाहते हैं कि समाज में समानता हो, एकता भाईचारा हो और वे संविधान समाप्त कर इसे समाप्त करना चाहते हैं।

बीजेपी के लोग संविधान खत्म करना चाहते हैं

राहुल गांधी ने आगे कहा कि संविधान एक किताब नहीं है। इसमें आम्बेडर,  बिरसा, ज्योतिबा फूले, महात्मा गांधी की सोच है। इसमें सोच है कि देश के गरीबों, मजदूरों, दलितों, किसानों की रक्षा कैसे हो। गरीबों की रक्षा संविधान करता है। लेकिन मोदी, अडाणी, अंबानी चाहते हैं संविधान खत्म कर दिया जाये। ताकि देश चंद लोगों की मुट्ठी में आ सके।

बीजेपी के लोग आदिवासियों को वनवासी कहते हैं

राहुल गांधी ने कहा, आप आदिवासी हैं, हम भी आपको आदिवासी कहते हैं, लेकिन बीजेपी आपको वनवासी कहते थे। बिरसा मुंडा अंग्रेजों से जल-जंगल-जमीन के लिए लड़े। लेकिन बीजेपी के लोग आपके जल-जंगल-जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं। इसीलिए आपको वनवासी कहते हैं। आदिवासी का मतलब वे लोग जो इस धरती (देश) के पहले मालिक हैं। इसलिए जल-जंगल-जमीन का फायदा आपको मिलना चाहिए। जबकि वनवासी का मतलब आप जंगल में रहते हो। आपका कोई अधिकार नहीं है। वे चाहते हैं आपके बच्चे शिक्षा न पायें, तरक्की नहीं करें, बड़े आदमी नहीं बनें। इसीलिए वनवासी कहकर आपसे आपका हक छीनना चाहते हैं। संविधान में आपको कहीं, वनवासी शब्द कहीं नहीं मिलेगा। वे विकास का हवाला देते हैं। उनके लिए विकास का मतलब है आदिवासियों की जमीन हड़प लो। हम चाहते हैं कि अगर आपकी जमीन ली गयी है तो उसका पूरा हक मिले।

बीजेपी के लोग आदिवासियों, दलितों का हक नहीं देते

राहुल गांधी ने आगे कहा कि देश में आदिवासी, दलित, ओबीसी, माइनॉरिटी के लोग करीब 90 प्रतिशत हैं। लेकिन देश में जितने उद्योग हैं, जितने भी बड़े पद हैं, उनमें  ये 90 प्रतिशत वाले लोग नजर नहीं आते। आप जो टैक्स देते हैं, वह देश के इन्फ्रास्ट्रक्चर पर खर्च होता है। जिसका इनके 90 अधिकारी निर्णय लेते हैं, कि यह पैसा कहां-कहां खर्च होगा। इन 90 अधिकारियों में 1 ही अफसर आदिवासी है। यानी वह सिर्फ 1 रुपये का निर्णय लेता है। 90 में 3 अफसर पिछड़े वर्ग के हैं यानी सिर्फ 5 रुपये का निर्णय वे लेते हैं। राहुल गांधी ने अपनी बात आगे बढ़ाते हुए कहा कि देश के गिने-चुने लोग नहीं चाहते कि आपलोग आगे बढ़े। आप कोई भी क्षेत्र ले लीजिए, हर जगह ऐसा ही है। यहां तक कि मीडिया में ऐसा है। नेशनल मीडिया में आपको एक भी आदिवासी एंकर  नहीं मिलेगा। मतलब है कि वे चाहते हैं कि देश को दो-तीन लोग चलायें। देश को मोदी, अमित शाह, अडाणी, अम्बानी और कुछ गिने-चुने लोग चलायें।

राहुल गांधी ने इंडी गठबंधन के संकल्पों को दोहराया

राहुल गांधई ने कहा कि जैसे ही झारखंड में हमारी सरकार बनेगी, महिलाओं के खाते में खटाखट-खटाखट पैसे आने लगेंगे। अभी महिलाओं के खाते में 1000 रुपये आते हैं, दिसम्बर महीने से महिलाओं के खाते में 2500 रुपये ठकाठक- ठकाठक आने लगेंगें। इसके अलावा भी राहुल गांधी ने इंडी गठबंधन के संकल्पों को दोहराया

  • झारखंड में एसटी, एसजी, ओबीसी का रिजर्वेशन बढ़ायेंगे
  • हर व्यक्ति का 15 लाख रुपये स्वास्थ्य बीमा कवर
  • किसानों को मिलेगा धान पर 3200 रुपये एमएसपी
  • गैस सिलेंडर 450 रुपये में
  • 7 किलो राशन हर व्यक्ति को हर महीने
  • युवाओं के लिए डिग्री कॉलेज, प्रोफेशनल कॉलेज, इंडस्ट्रिलयल पार्क और 10 लाख युवाओं के लिए रोजगार
  • देश में सत्ता में आये तो अग्निवीर योजना को खत्म कर देंगे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *